मुंगेली/ मुंगेली में राजनीतिक उथल-पुथल और भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है, इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि अभी हाल ही में लगातार नगर पालिका मुंगेली के भ्रष्टाचार मामलें सामने आ रहे हैं, जिसमें कई जनप्रतिनिधियों द्वारा मामलें को लेकर खुलासा किया जा रहा हैं, अब बात सामने आ रही हैं लाल डायरी की…ये कौन सी डायरी हैं…? इसका नामकरण लाल डायरी के रूप में क्यों हो रही हैं ? ये मुंगेली जिले में बेहद चर्चा का विषय बना हुआ हैं। विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एवं नाम न बताने की शर्त पर कुछ नेताओं ने बताया कि मुंगेली के एक बड़े राजनेता जो हाल ही में अभी बड़े जनप्रतिनिधि का ओहदा पाए हुए हैं उनके द्वारा अभी हाल ही में एक लाल डायरी में अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं के कच्चा चिट्ठा का जिक्र किया गया हैं जिसमें इस जनप्रतिनिधि को पद देने कई नेताओं को भारी मात्रा में रुपयों का लेनदेन किया गया हैं, जिसके चलते उस लाल डायरी का जिक्र कुछ नेताओं और जनप्रतिनिधियों के दबे जुबान पर चल रही हैं, अब देखना हैं कि उस जनप्रतिनिधि के द्वारा प्रताड़ना के अंतिम छोर तक पहुंच इस लाल डायरी का खुलासा किया जा सकता हैं ? या वरिष्ठ नेताओं के दबाव में लाल डायरी के मामले को दबाने की भी आशंका हैं ? गुप्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में एक जनप्रतिनिधि के द्वारा अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं को मोटी रकम देकर राजनीति में मुख्य जगह बना लिया गया हैं, ऐसे में जब उस जनप्रतिनिधि के ऊपर कोई बात आएगी तो उसके द्वारा उस रहस्यमयी लाल डायरी को खोलने में कोई परहेज नहीं किया जाएगा, क्योंकि जिस जनप्रतिनिधि की बात हो रही हैं वो अपना सारा हिसाब-किताब अपनी डायरी में उल्लेख किया गया हैं, जिसे लाल डायरी की संज्ञा दी गई हैं, जानकारी के मुताबिक जिन नेताओं को रकम दी गई हैं उनकी सूची तैयार हैं। नगर में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य कुछ अलग ही नजर आ रहे हैं जिसमें कुर्सी की लड़ाई देखी जा रही हैं, कमीशन और कुर्सी की लड़ाई में नुकसान केवल जनता और नगर का ही हुआ हैं, सोशल मीडिया में भी संबंधित जनप्रतिनिधि के लाल डायरी का जिक्र देखा गया हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस लाल डायरी का सीधा संबंध नगरीय निकाय चुनाव से बताया जा रहा हैं जिसमें ऐसे भी लालची नेता शामिल हैं जो पैसे के लेनदेन के चक्कर में शहरहित को दांव में लगाते नजर आ रहे हैं, ऐसे लोगों को नगर विकास से कोई मतलब नहीं हैं ये केवल अपनी जेबें भरने की फिराक में हैं, ताजा खबर के अनुसार अगर मुंगेली में राजनीतिक उथल-पुथल मचती हैं तो इस लाल डायरी का खुलासा किया जा सकता हैं।