बालाघाट
बालाघाट जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, सुंदरवाही मार्ग पर अस्पताल से थोड़ा आगे नक्सली बैनर और पर्चे मिले है। जिसमें नक्सलियों ने झमसिंह धुर्वे और कामरेड कमलू के हॉक फोर्स द्वारा किए गए एनकाउंटर को एक्सपोज करने के लिए जिले की जनता का अभिवादन किया है। बता दें कि जीआरबी डिविजनल कमेटी भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा लगाए गए बैनर और पर्चे में नक्सलियों ने जिले के आईजी संजय कुमार और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के बारे में उल्लेख किया है।
किस भाषा से किया गया अनुवाद?
बता दें कि नक्सलियों द्वारा लगाए गए बैनर और पर्चे में पहली बार हिंदी संदेश के साथ ही उसका अंग्रेजी अनुवाद भी लिखा है। हालांकि, अब तक पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है लेकिन ग्रामीणों ने आज सुबह सोनगुड्डा अस्पताल से महज 100 मीटर की दूरी पर सुंदरवाह मार्ग के चौक में लगे नक्सली बैनर और पर्चे देखें, जिससे यह साफ हो जाता है कि जिले में नक्सलियों की मौजूदगी बनी है और वह इस तरह से अपने होने का अहसास करवा रहे है।
जानिए पुलिस अधिक्षक ने क्या कहा?
फिलहाल, अब देखना है कि इस मामले में पुलिस की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है लेकिन पहली बार नक्सलियों ने पुलिस के बड़े अधिकारियों को टारगेट किया है। साथ ही जिले की जनता का अभिवादन किया है। इससे पहले नक्सलियों ने एनकाउंटर पर जिले की प्रेस को घटनास्थल पर ना पहुंचकर पुलिस की सुनी सुनाई खबर लिखने पर निंदा की थी। वहीं, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने पुष्टि करते हुए बताया कि बैनर और पर्चों को जब्त कर उसकी जांच की जा रही है। इन्हें नक्सलियों ने लगाया है कि किसी शरारती तत्व की करतूत है।