मुंगेली/ पिछले 8 वर्षो से मुंगेली अवैध कालोनाईजरों और जमीन दलालों के गिरफ्त में है, और इन जमीन दलालों द्वारा अवैध तरिके से प्लाटिंग कर नये-नये स्कीम देकर ग्राहकों को फंसाया जाता रहा है, ग्राहक भी नियमों की जानकारी के अभाव में इन जमीन दलालों के अवैध प्लाटिंग करने वालों के झांसे फंसते चले जा रहे है। काफी लंबे समय से चल रहे इस गोरखधंधे में राजस्व अधिकारियों सहित अधिकारियों और छुटभैये नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते ये जमीन दलाल अपनी मनमानी करते हुये नियमों की धज्जियां उड़ाने में लगे है। अभी हाल ही में महिनों पहले मुंगेली कलेक्टर डाॅ. सर्रेवर नरेन्द्र भूरे के निर्देश व मार्गदर्शन में राजस्व और नगर पालिका के पूर्व सीएमओ राजेश गुप्ता व उनकी टीम द्वारा अवैध कालोनाईजरों व जमीन दलालों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुये शहर में लगे बोर्ड को निकाल दिया था जिससे जमीन दलालों में कुछ तो भय बना हुआ था, परंतु सीएमओ राजेश गुप्ता के स्थानांतरण होने के बाद से जमीन दलाल अपने अवैध प्लाटिंग के बोर्ड लगा फिर से पांव पसारने लगे है, जिस पर कलेक्टर और नये मुख्य नगर पालिका अधिकारी अब कोई कार्यवाही करने की बजाय शांत दिख रहे है, ऐसे में जिला प्रशासन के अधिकारियों पर उंगलियां उठ रही है। पूरे मुंगेली क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग और जमीन दलालों के बोर्ड लगे हुये है जिस पर कड़ी कार्यवाही की जरूरत है।