करॉना के खौफ में चीन
पेइचिंग। चीन में करॉना वायरस का जबरदस्त दहशत है। यह बीमारी अब बेहद जानलेवा बन चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे इंटरनैशनल इमर्जेंसी घोषित कर दी है। सोमवार को वुहान में चलते-चलते एक शख्स की मौत हो गई। शख्स अस्पताल से कुछ दूर पहले ही गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। चिकित्साकर्मी शख्स के मौत के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं। बता दें कि वुहान से ही करॉना वायरस फैसला है। पूरी दुनिया के 18 देशों में इस बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं। भारत के केरल राज्य में भी इस बीमारी से पीडि़त एक लड़की मिली है।
चीन में अबतक इस बीमारी से 213 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 8 हजार लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। इस बीमारी के मरीज 82 मामले 18 देशों में मिले हैं। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसानों से इंसानों में फैल रहा यह वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है।
सोमवार को चीन के वुहान प्रांत में एक तस्वीर ने सबको हिलाकर रख दिया है। दरअसल, फेसमास्क पहने एक बुजुर्ग शख्स वुहान के एक अस्पताल के नजदीक वाली सड़क पर मृत पाए गए। हालांकि शख्स की मौत किन कारणों से हुई इसका तो पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रॉटेक्टिव शूट पहले चिकित्साकर्मी मृत शख्स की जांच करते दिखे। बता दें कि वुहान से ही यह बीमारी पूरे चीन और फिर दुनिया के अन्य देशों में फैली है।
डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार को करॉना वायरस को इंटरनैशल इमर्जेंसी घोषित कर दिया। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इस बीमारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वय बैठाया जा सके। डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस ऐडनम ने बताया है कि सबसे बड़ी चिंता ऐसे देशों में वायरस को फैलने से रोकने की है जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाएं कमजोर हैं। साथ ही उन्होंने साफ किया कि ऐसा करने से चीन पर अविश्वास जैसा कुछ नहीं है बल्कि कोशिश यह है कि दूसरे ऐसे देश जो इससे उबर नहीं सकते, उनकी मदद की जा सके।