नक्सली चैतू व चिन्ना के नाम गंगी का लिखे पत्र में नक्सली कोड वर्ड का इस्तेमाल किये
दंतेवाड़ा। नक्सलियों का जनपितुरी सप्ताह चल रहा है, नक्सली अपने-अपने इलाके घटनाओं को अंजाम देने जुट रहे हैं। दंतेवाड़ा एसपी डॉ.अभिषेक पल्लव ने नक्सलियों से मिले पत्र के माध्यम से दावा किया है कि सिलगेर कैंप पर नक्सली बड़ा हमला करने की साजिश रच रहे हैं। ग्रामीणों की आड़ में नक्सली हमले को अंजाम दे सकते हैं। उन्होने बताया कि नक्सली गंगा मंडावी अपने साथियों के साथ पोटाली, अरनपुर इलाके के ग्रामीणों को इका कर मीटिंग लेकर सिलगेर ले जाने तैयार कर रहा था। पुलिस को सूचना मिली तो मौके पर दूर से जवानों को आता देख कुछ लोगों ने सिटी बजाकर, सतर्क कर दिया जिससे सभी नक्सली भाग खड़े हुए। इस दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर एक नक्सली सीएनएम सदस्य नक्सली गंगा मंडावी को गिरफ्तार किया गया। जब गिरफ्तार नक्सली का कोरोना जांच की गई है वह पॉजिटिव निकला। पुलिस ने उसे बेहतर इलाज के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कराया है। सुकमा-बीजापुर बार्डर पर स्थित सिलगेर लंबे समय से नक्सलियों का गढ़ रहा है। हाल ही में पुलिस कैंप खुलने के बाद से यहां ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं। पत्र से इस बात का भी पता चला है कि ग्रामीणों के साथ नक्सली संगठन सीएनएम के सदस्य भी इसमें शामिल हैं। उनकी गिनती और किन गांवों से शामिल हुए हैं इसकी जानकारी करने को कहा गया है। साथ ही लिखा गया है कि परिस्थितियां इस समय सही नहीं हैं। उनके हाथ नहीं लगना है, इस बात का ख्याल रखना। नक्सली चैतू व चिन्ना के नाम गंगी का लिखा पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन खुलने के बाद संगठन को मजबूत करने की बात लिखी हुई है। चैतू को लिखे इस पत्र की अंतिम लाइन में गंगी ने टोरा तेल निकाल कर रखे रखना और पका आम सुखाकर रखे रहना लिखा है। डॉ. पल्ल्व का कहना है कि जब नक्सली कोई षड्यंत्र या योजना बनाते हैं, तो इस तरह के कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि महामारी के इस दौर में नक्सली अपने स्वार्थ के लिए ग्रामीणों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। पोटाली इलाके में ग्रामीणों की बैठक लेकर नक्सली सिलगेर ले जा थे। घेराबंदी कर एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया है, जो कोरोना पॉजिटिव मिला है। उन्होने नक्सलियों से मिले पत्र के माध्यम से दावा किया है कि सिलगेर कैंप पर नक्सली बड़ा हमला करने की साजिश रच रहे हैं। दंतेवाड़ा और सुकमा की सीमा पर जगरगुंडा इलाके में भी पुलिस ने 08 से ज्यादा संदिग्धों को पकड़ा है। इनके पास से मिले पिू से दस्तावेज मिले हैं। गोंडी में लिखे दस्तावेजों का पुलिस ने हिंदी रूपांतरण कराया है, जिसमें नक्सलियों के इस दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि टेकलगुड़ा (जीरम) हमले में 04 नक्सली मारे गए हैं, 03 घायल हुए थे। जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। नक्सली सिना के नाम बटालियन -1 प्लाटून पार्टी कमेटी मेम्बर भीमा ने लिखा है कि रोश, रामाल, कोसी और मैं सब ठीक हैं। जीरम हमले में 04 लोग मारे गए, बाद में घायल हुए 03 की मौत हो गई है। यहां से 10 एके-47, एलएमजी 01, एसएलआर 01, दो इंच मोर्टार, एक 09 एमएम पिस्टल, कारतूस 2446, एलजीएम कारतूस 215, यूबीजीएल सेल 10, दो इंच मोर्टार सेल 08, वॉकीटॉकी हैंड सेट 09, बेस सेट एक, नाइट विजन 01, पावर बैंक 06 व दो चाकू मिला है।