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पक्ष-विपक्ष ने ली चुटकी; भूपेश बोले- हिसाब-किताब बराबर हो गया, बृजमोहन ने कहा- ये कारवां क्यों लुटा

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रायपुर.

छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे की चुटकी ली। जहां बीजेपी ने कांग्रेस की चुटकी ली तो कांग्रेस ने भी कटाक्ष किया। कुल मिलाकर पहले दिन सदन में हंसी ठिठोली देखने को मिली। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने नए विस अध्यक्ष रमन सिंह को लेकर कहा कि हम सब आपके स्वभाव को जानते हैं। आप एक बेहतर इंसान हैं। छत्तीसगढ़ की अपने 15 साल तक सेवा की है।

ये हम सबने देखा है। छत्तीसगढ़ के लोगों के बीच आपका प्रभाव प्रशंसनीय रहा है। मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। आज आप जहां पर बैठें हैं वो मेरा अतीत है। आज मैं यहां हूं ये मेरा वर्तमान है। वर्तमान का हमेशा अतीत के प्रति आदर और सद्भाव रहेगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं मेरे साथी हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे।। इधर-उधर की बातें आपसे निष्पक्षता से हो, ऐसा हम चाहते हैं। हमने अपने कार्यकाल के दौरान आधे से ज्यादा समय इधर को (विपक्ष) दिया, इसलिए आपसे अपेक्षा रखते हैं कि इस बात का ध्यान रखेंगे।
उन्होंने कहा जब हम दोनों सांसद थे तब हम दोनों के बीच अच्छी मित्रता थी जो सबको खटकती थी। आपकी हमारी दोस्ती को बहुत लोगों की नजर लग गई थी। मैं आपको एक बात याद दिलाना चाहता हूं, आप संसद सदस्य से अध्यक्ष तब थोड़ी दरार आने लगी जब आप मुख्यमंत्री बने तब दरार बढ़ गई। महंत ने रमन सिंह की तारीफ में कहा कि जो हमने तुम्हें करार था तुम्हें याद हो के ना हो।
भूपेश बघेल ने रमन सिंह को बधाई देते हुए कहा कि रमन सिंह का लंबा अनुभव, लोकसभा सदस्य, राज्यमंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में रहा है। इस पवित्र सदन में कई नई परंपराओं का निर्वहन हुआ है जब रिजल्ट आया तो मैं सोच रहा था की मैं अकेला ही भूतपूर्व मुख्यमंत्री रहूंगा, लेकिन आपने रहने नहीं दिया। हम दोनों की भूमिकाएं बदल गईं, इसीलिए अब हिसाब-किताब बराबर हो गया। इस दौरान रायपुर दक्षिण से बीजेपी के सीनियर विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने बीच में चुटकी लेते हुए कहा कि "तू इधर-उधर की बात ना कर, ये बता ये कारवां क्यों लुटा…'।

कुल तीन बैठकें होंगी
शीतकालीन सत्र में कुल तीन बैठकें होंगी। कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ विधायक चरणदास महंत को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। दिल्ली में संसद सुरक्षा कांड के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा की सुरक्षा बढ़ाई गई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा की सुरक्षा सख्त कर दी गई है। वीआईपी गेट से सिर्फ विधायक ही प्रवेश कर सकेंगे। विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति सिर्फ इंट्री पास रखने वालों को ही मिलेगी। पहली बार आम लोगों की एंट्री बैन लगाया गया है। 600 जवान मुस्तैद किए गए हैं। आईजी डांगी ने हाईप्रोफाइल बैठक ली।

राज्यपाल का दूसरे दिन होगा अभिभाषण
20 दिसंबर को सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण होगा। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव लाया जाएगा। इस दौरान सीएम विष्णुदेव साय अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसके बाद मंत्रियों का परिचय और सरकारी कामकाज होंगे। शीतकालीन सत्र के आखिरी और तीसरे दिन अनुपूरक बजट के अनुदान मांगों पर चर्चा की जाएगी। मतदान और विनियोग विधेयक पर पुनर्स्थापन होगा। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद सरकारी काम होंगे।

90 विधायकों ली शपथ
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव, विजय शर्मा समेत सभी 90 विधायकों ने शपथ लिया। इस दौरान अधिकतर विधायकों ने छत्तीसगढ़ी भाषा में अपने पद की शपथ ली। इसके बाद पूर्व सीएम रमन सिंह को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया। प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधायकों को शपथ दिलाई। सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ भाषा में शपथ ली। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, डिप्टी सीएम अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। इसके अलावा विक्रम उसेंडी, धरमजीत सिंह,  रायपुर दक्षिण से विधायक बृजमोहन अग्रवाल, लखेश्वर बघेल, दलेश्चर साहू समेत सभी विधायकों ने छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। गुरु खुशवंत साहेब ने संस्कृत में विधायक पद की शपथ ली। कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने हिंदी में शपथ ली। 90 विधायकों के शपथ के बाद स्पीकर पद के लिए रमन सिंह के नाम पर 5 प्रस्ताव पेश किए गए। इसमें सत्तापक्ष की ओर से विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, बृजमोहन अग्रवाल, भावना बोहरा, अजय चंद्राकर ने प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक दल के नेता चरणदास महंत ने रमन सिंह के विधानसभा अध्यक्ष पर प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष चुने गए।