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छत्तीसगढ़ में विकास की हकीकत खाट पर, एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी तो खटिए पर गई गर्भवती

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रायपुर.

छत्तीसगढ़ आज 23 साल का हो गया है 23 साल में सरकारें आई और गई विकास के बड़े-बड़े दावे हुए लेकिन दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में आज भी आवागमन के लिए सड़के नहीं बन पाई हैं।‌ सड़के ना होने से मरीजों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पा रही है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए विष्णु देव साय ने एंबुलेंस की व्यवस्था को दुरस्त करने की बात कही थी। लेकिन महज कुछ दिनों के बाद ही सड़क की कमी से गर्भवती महिला को खटिया पर लिटकर डायल 112 तक पहुंचाया गया है।

यह मामला सरगुजा संभाग का बताया‌ जा रहा है। जिले के रनपुर कला गांव में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर डायल 112 को फोन कर बुलवाया गया लेकिन गांव तक सड़क नहीं होने के कारण डायल 112 को लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर रुकना पड़ा। इसके बाद क्या होना था मजबूरी में परिजनों ने डेढ़ किलोमीटर तक खटिया में ढोकर गर्भवती महिला को 112 तक पहुंचा है। यह मामला सरगुजा संभाग का है, इस संभाग से खुद छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री ताल्लुक रखते हैं। वहीं कुछ दिनों पहले ही तत्काल एंबुलेंस की सुविधा को दुरस्त करने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया था। लेकिन  आज भी छत्तीसगढ़ के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में सड़के नहीं है। जब सड़के ही नहीं है तो उन जगहों तक एंबुलेंस की सुविधा कैसे पहुंचे यह भी एक बड़ा सवाल उठने लगा है।