नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए तुर्की ने मदद का हाथ बढ़ाया है। बुधवार को तुर्की का सैन्य विमान सहायता सामग्री लेकर भारत पहुंचा। तुर्की और भारत के बीच लंबे समय से संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। इसका कारण है कश्मीर को लेकर तुर्की का मत। तुर्की कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताता है और तुर्की के तानाशाह राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन कई बार संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठा चुके हैं।
कहा जाता है कि इन्हीं तनावपूर्ण संबंधों के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तक तुर्की का दौरा नहीं किया। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि तुर्की सेना का विमान कई चिकित्सीय उपकरण लेकर भारत भेजा गया है। उन्होंने बताया कि ये उपकरण तुर्की रेड क्रिसेंट सोसाइटी और तुर्की के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से भेजे गए हैं।
भारत ने मदद के लिए कहा- शुक्रिया
तुर्की की ओर से भेजे गए उपकरणों के ऊपर लिखा है, ‘निराशा के बाद आशा और अंधेरे के बाद सूरज।` ये शब्द 13वीं शताब्दी के कवि मेवलाना रूमी के हैं। तुर्की रेड क्रिसेंट के मुताबिक ये सहायता तुर्की के राष्ट्रपति के आदेश के बाद भेजी गई है। दूसरी ओर भारत ने इस मदद के लिए तुर्की को धन्यवाद दिया है।