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स्पाइसजेट के पास कहां से आए पैसे? गो फर्स्ट को खरीदना चाहती है!

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नई दिल्ली
लगता है एविएशन कंपनी स्पाइसजेट के हाथ कारूं का खजाना लग गया है। तभी तो वह ग्राउंडेड एविएशन कंपनी गो फर्स्ट को खरीदना चाह रही है। स्पाइसजेट ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा कि उसने गो फर्स्ट का अधिग्रहण करने में रुचि व्यक्त की है। साथ ही इस दिवालिया विमानन कंपनी की उचित जांच-पड़ताल के बाद प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रही है।

 

शेयर बाजार को क्या दी जानकारी

स्पाइसजेट ने आज शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि उसने गो फर्स्ट के रिजोल्यूशन प्रोफेशनल्स के पास रुचि व्यक्त की है। वह चाहती है कि उसका अधिग्रहण करने के बाद एक मजबूत तथा व्यवहार्य एयरलाइन बनाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने साथ ही बताया कि उसके निदेशक मंडल ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और विकास योजनाओं में निवेश के लिए संसाधन उपलब्ध कराने के मकसद से करीब 27 करोड़ अमेरिकी डॉलर की नई पूंजी जुटाने की प्रक्रिया को हाल ही में मंजूरी दे दी है।

इस समय ग्राउंडेड है गो फर्स्ट

गो फर्स्ट ने ‘प्रैट एंड व्हिटनी इंजन’ की सप्लाई में आई दिक्कतों की वजह से बीते तीन मई से उड़ान सेवाएं बंद कर दी थी। कंपनी अभी दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है। इससे पहले ईटी (ET) में ऐसी खबर आई थी कि स्पाइस जेट के अलावा दो और एंटिटीज ने गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। उनमें अफ्रीका के साफरीक इन्वेस्टमेंट्स और शारजाह की एविएशन कंपनी स्काई वन शामिल है। तीनों कंपनियों ने गो फर्स्ट को खरीदने में तब दिलचस्पी दिखाई है, जबकि प्रस्ताव जमा करने की डेडलाइन पहले ही बीत चुकी है और लेंडर्स कंपनी के लिक्विडेशन पर विचार कर रहे हैं।

भेजे गए रिक्वेस्ट

रिपोर्ट के अनुसार, गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाली तीनों कंपनियों ने प्रस्ताव सौंपने की डेडलाइन को बढ़ाने का अनुरोध किया है। इसके लिए उन्होंने गो फर्स्ट की कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस को संभाल रहे रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल शैलेंद्र अजमेरा के पास बीते 10 दिनों के दौरान रिक्वेस्ट भेजा है। अब कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स इन अनुरोधों पर गौर करने के बाद बैठक करने वाली है, जिसमें विचार किया जाएगा कि डेडलाइन को बढ़ाया जा सकता है या नहीं।

नहीं मिली थी कोई बोली

गो फर्स्ट की दिवाला प्रक्रिया के तहत ऑफर देने की डेडलाइन 22 नवंबर 2023 थी। यानी संभावित खरीदारों को अपना ऑफर पेश करने के लिए 22 नवंबर तक का समय दिया गया था। लेकिन उस तारीख तक गो फर्स्ट को खरीदने में किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। डेडलाइन बीत जाने के बाद लेंडर्स के पास दो ही रास्ते बचे थे, या तो वे डेडलाइन को आगे बढ़ाते या लिक्विडेशन की राह पर बढ़ते। अब स्पाइसजेट ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।

चढ़ गए स्पाइसजेट के शेयर

स्पाइसजेट के इस ऑफर के बारे में खबर सोमवार को ही आ गई थी। आज कंपनी ने औपचारिक रूप से शेयर बाजार को सूचना दे दी। इन दो दिनों में ही स्पाइसजेट के शेयर 29 फीसदी से भी ज्यादा चढ़ चुके हैं। आज ह देखें तो कंपनी के शेयर में चार फीसदी से भी ज्यादा का उछाल आया है। कल इसके शेयर 64.21 रुपये पर बंद हुए थे। आज बाजार खुलते ही इसके शेयर 66 रुपये पर खुले और ऊपर 69.20 रुपये तक गए। समाचार लिखे जाने के समय इसके शेयर 66.99 रुपये पर चल रहे थे।