ढाका
बंगलादेश में सात जनवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले सुरक्षा सुनिश्चित करने में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सेना की टुकड़ियों को तैनात किया जाएगा।
बंगलादेश चुनाव आयोग के सचिव मोहम्मद जहांगीर आलम ने पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने आगामी आम चुनाव के दौरान सेना की तैनाती को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
आलम ने कहा कि सेना के जवानों को एक बल के रूप में तैनात किया जाएगा। यह निर्णय राष्ट्रपति और मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल के बीच हुई एक बैठक में लिया गया।
इससे पहले, आयोग ने बढ़ते राजनीतिक तनाव की पृष्ठभूमि में सात जनवरी के आम चुनाव की तैयारी के लिए 29 दिसंबर से 13 दिनों के लिए देश भर में सैनिकों को तैनात करने की अपनी योजना की घोषणा की थी।
सत्तारुढ़ एएल पार्टी के महासचिव ओबैदुल कादर ने कहा कि वह जातीय पार्टी और अन्य गठबंधन सहयोगियों के साथ कुछ सीटें साझा करेंगे और ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के उम्मीदवारों को वापस ले लेंगे।
बांग्लादेश सशस्त्र बल डिवीजन के प्रमुख स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वकार-उज-जमान ने कहा है कि 29 दिसंबर से 13 दिनों के लिए देशभर में सेना तैनात की जाएगी। एक मीडिया ब्रीफिंग में बोलते हुए, जमान ने कहा, चुनाव आयोग (ईसी) चाहता है कि हमें सशस्त्र बलों को शांत माहौल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैनात किया जाए।
15 नवंबर को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा
चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले सशस्त्र बलों के कर्मियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर, जमान ने कहा कि 11वें जातीय संघ (जेएस) चुनाव (संसदीय चुनाव) के दौरान 35,000 से अधिक सैन्य कर्मियों को तैनात किया गया था और कहा कि यदि अधिक की आवश्यकता होगी, तो सैनिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। तदनुसार तैनात किया जाए। बांग्लादेश चुनाव आयोग ने 15 नवंबर को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की।
शेख हसीना को हटाने की मांग कर रहा विपक्ष
सत्तारूढ़ अवामी लीग ने इस मांग को खारिज कर दिया और कहा है कि चुनाव मौजूदा प्रधानमंत्री के पद पर बने रहते हुए ही होंगे। अवामी लीग ने बीएनपी को एक आतंकवादी संगठन करार देते हुए उसके साथ बातचीत करने से भी इनकार कर दिया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने कहा कि नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 30 नवंबर होगी जबकि नामांकन पत्रों की जांच एक दिसंबर से चार दिसंबर के दौरान होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 17 दिसंबर है। चुनाव आयोग 18 दिसंबर को उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित करेगा। अवल ने कहा कि चुनाव प्रचार अभियान 18 दिसंबर 2023 से पांच जनवरी 2024 की मध्यरात्रि तक चलेगा।
बांग्लादेश में चुनाव से पहले सुरक्षा कड़ी
इससे पहले, बांग्लादेश में आम चुनाव की तारीखों की घोषणा से पूर्व अधिकारियों ने बुधवार को राजधानी ढाका और अन्य प्रमुख शहरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी। ढाका के पुलिस आयुक्त हबीबुर रहमान ने संवाददाताओं से कहा, ''हमने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए हैं।'' बांग्लादेश में 28 अक्टूबर से विपक्षी दल अपनी मांग के समर्थन में वाहनों की नाकेबंदी कर रहे हैं। इस बीच पुलिस और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़पें हो रही हैं।
बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसाओं का दौर
बांग्लादेश में पिछले तीन हफ्तों में हुई राजनीतिक हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक देशव्यापी स्तर पर की गयी कार्रवाई में बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर समेत करीब 8,000 विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने बांग्लादेश में अवामी लीग, बीएनपी और जातीय पार्टी से राजनीतिक समाधान तलाशने का आह्वान किया है।