फ़ुजैरा के शासक और युवराज के साथ रणनीतिक चर्चा
बेंगलुरु
वैश्विक मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव रवि शंकर संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व में रणनीतिक वार्ता और COP28 में उच्च स्तरीय चर्चा सहित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की एक सप्ताह की श्रृंखला के लिए संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे। गुरुदेव को शांति स्थापना, आपदा और आघात राहत, गरीबी उन्मूलन और जलवायु अभियान में उनकी शानदार भूमिका के लिए जाना जाता है।
उनकी यात्रा फ़ुजैरा के शासक और सर्वोच्च परिषद के सदस्य, महामहिम शेख हमद बिन मोहम्मद अल शर्की के शाही निवास पर एक बैठक के साथ शुरू हुई। बैठक के दौरान, विविध विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें श्रेष्ठ मानवीय मूल्यों और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की आवश्यकता के विषय में जागरूकता बढ़ाने के अभियान शामिल थे। उन्होंने फ़ुजैरा के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख मोहम्मद बिन हमद बिन मोहम्मद अल शर्की के साथ पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास परियोजनाओं के लिए सहयोगात्मक पहल पर भी चर्चा की।
ऐसे व्यक्तित्व के रूप में, जिनके मागदर्शन और प्रतिनिधित्व में भारत में 70 नदियों और सहायक नदियों के पुनरुद्धार और पुनर्जीवन को प्रेरित किया गया है, 36 देशों में 8 करोड़ 12 लाख पेड़ लगाए गए हैं और 22 लाख किसानों को टिकाऊ, पर्यावरण-अनुकूल, प्राकृतिक खेती के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया है, गुरुदेव COP28 में एक प्रमुख अंतर-धार्मिक चर्चा में 'भूमि बहाली पर अपने धार्मिक समुदायों को कैसे एकजुट करें' पर भी अपने विचार साझा करेंगे। इस चर्चा में मोरेन गुडमैन (ब्रह्मा कुमारी) और युकिको यामादा मोरोविक (वर्ल्ड विजन इंटरनेशनल) जैसे अन्य धार्मिक नेता भी शामिल होंगे।
गुरुदेव संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) को भी संबोधित करेंगे, जहां वे एक स्थायी जीवन शैली को बढ़ावा देने और मानवीय गतिविधियों और पर्यावरण के बीच संतुलन की स्थिति लाने की रणनीति के रूप में आंतरिक परिवर्तन के महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इन प्रभावशाली सत्रों के बाद, एच.ई. शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान, कैबिनेट सदस्य और संयुक्त अरब अमीरात में सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अन्य हस्तियों के साथ मंच पर गुरुदेव के साथ शामिल होंगे, जहां गुरुदेव को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
COP28 के लिए निर्धारित अपने कई कार्यक्रमों और संबोधनों के आरंभ में, गुरुदेव ने 6 दिसंबर को कोलंबियाई मंडप में एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इस संबोधन में, वे 2015 के कोलंबियाई नागरिक संघर्ष को समाप्त करने में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर अंतर्दृष्टि प्रदान की, जहां उन्होंने कोलम्बियाई सरकार और एफएआरसी के मध्य कुशल संवाद का उपयोग करके 52 वर्षों से चल रहे विवाद को दूर करने हेतु सफलतापूर्वक सुलह करवाई थी। सर्वसम्मति निर्माण के लिए उनका मानव-केंद्रित दृष्टिकोण संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों के लिए आशा का मार्ग प्रशस्त करता है।
यह यात्रा विश्व शांति के लिए विवेक, ज्ञान और ध्यान से पूर्ण एक सार्वजनिक कार्यक्रम के साथ समाप्त होगी, जिसमें पूरे संयुक्त अरब अमीरात और जीसीसी से 15,000 से अधिक लोग शामिल होंगे, इसके अलावा दुनिया भर से लाइव स्ट्रीम के द्वारा भी हजारों लोग इसमें शामिल होंगे। गुरुदेव, जिन्हें ध्यान के गुरु के रूप में भी जाना जाता है, लोगों को ध्यान के माध्यम से आंतरिक शांति का गहन अनुभव करायेंगे, जो विश्वव्यापी सद्भाव की दिशा में पहला कदम है। यह कार्यक्रम, दुबई के अल नस्र क्लब-अल मकतूम स्टेडियम में होगा, जिसमें प्रमुख व्यवसायिक और सामुदायिक हस्तियों को उनकी उपलब्धियों और परोपकार के प्रति समर्पण के लिए सम्मानित किया जाएगा।