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अधीर रंजन बोले- हिम्मत है तो 2024 से पहले PoK छीनकर दिखाओ, सारा देश BJP को वोट देगा

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नई दिल्ली

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पलटवार किया है. चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को हिंदुस्तान का बहादुर बताकर तंज कसा और चुनौती भी दी है. उन्होंने कहा, पीओके से एक सेब लाकर दिखाओ. अगर हिम्मत है तो 2024 के चुनाव से पहले पीओके को छीन लो. सारे देश के वोट बीजेपी को मिलेंगे.

बता दें कि एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के मुद्दे के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया था. अमित शाह का कहना था कि जम्मू-कश्मीर को नेहरू की दो 'गलतियों' के कारण नुकसान उठाना पड़ा. पहला- युद्धविराम की घोषणा करना और दूसरा- कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले जाना. उन्होंने कहा, अगर तीन दिनों के बाद युद्धविराम होता तो पीओके आज भारत का हिस्सा होता. हमारे आंतरिक मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में लेकर नहीं जाना चाहिए था. इस देश की इतनी सारी जमीन खोना एक बड़ी भूल थी. शाह ने यह भी कहा, 'POK हमारा है.' उन्होंने कहा, वहां 24 सीटें आरक्षित हैं. 

'मान लीजिए नेहरू ने गलती की है…'

अमित शाह के बयान पर कांग्रेस नेता हमलावर हैं. अब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर सदन में दिनभर चर्चा होनी चाहिए. यह कोई छोटा मसला नहीं है. हिंदुस्तान के आम लोगों को भी पता चलना चाहिए. मान लीजिए कि नेहरू ने गलती कि जैसे कि अमित शाह कह रहे हैं. बीजेपी और अमित शाह दशकों से यह शिकायत करते आ रहे हैं. जब 2019 में अनुच्छेद 370 हटाया गया था तो सदन के अंदर अमित शाह कह रहे थे कि पीओके सियाचीन सब कश्मीर का हिस्सा हैं और वापस लाने का दावा करते थे. मोदी सरकार के 10 साल हो गए हैं. अटल जी सरकार के 6 साल गुजर गए. बीजेपी को किसने रोका? हिंदुस्तान में दो बहादुर हैं- मोदी जी और अमित शाह जी. इन दोनों बहादुर को किसने रोका कि पीओके अपने कब्जा ना लो. 

'पीओके छीनकर लाकर दिखाओ'

चौधरी ने कहा, कम से कम पीओके से एक सेब लाकर तो दिखाओ और कहो कि हां, हमने करके दिखाया है. पीओके का सीना चीरकर चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहा है. इस मसले पर मोदीजी और अमित शाह क्यों चुप्पी साधे हैं. जी-7, जी-20, शंघाई समिट में जाते हो, क्यों नहीं प्रयास किया जा रहा है. पीओके छीनकर लाकर दिखाओ. जो कांग्रेस नहीं कर पाई, वो काम करके दिखाओ. वहां से कम से कम एक सेब तो लाया करो. यहां बड़ी-बड़ी बहादुरी करते हैं. लद्दाख में अतिक्रमण हो चुका है. गलवान की घटना सबको पता है. 

'दोनों बहादुर हैं देश के…'

उन्होंने पूछा- तब हमारे प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे. उनको याद दिलाना चाहते हैं. दम है या हिम्मत है, दोनों बहादुर हैं देश के… ये बहादुरी की बातें करते हैं… HUMPTY DUMPTY दोनों जाकर पीओके छीनकर हमारे कब्जे में लाएं. क्योंकि सदन के अंदर बात कहकर गए थे.  1993 में इस पर ऑल पार्टी रिजोलेशन भी लाया गया था. चुनाव 2024 में है. चुनाव के पहले पीओके छीनकर लाओ. सारे हिंदुस्तान के वोट तुम्हें मिलेंगे.