नई दिल्ली। तौकते तूफान की तबाही के निशान अभी मिटे भी नहीं हैं कि देश पर एक और चक्रवाती तूफान की आहट सुनाई दे रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अंडमान और बंगाल की खाड़ी कम दबाल का क्षेत्र बन रहा है। यह 22 मई से हरकत में आएगा और चक्रवाती तूफान का रूप धारण करने के बाद 26 मई की शाम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचा सकता है। दोनों राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। तौकते तूफान की तबाही देखते हुए इस तूफान को लेकर भी अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस चक्रवाती तूफान को यास
नाम दिया गया है। इसे अंडमान भी कहा जा रहा है। इसकी गति अम्फान के बराबर हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में यदि अगले कुछ दिनों में समुद्री तूफान आकार ले लेता है तो उसे यास नाम से जाना जाएगा। यह नाम ओमान ने दिया है। फारसी भाषा में यास का अर्थ जहां चमेली का फूल होता है वहीं उर्दू में निराशावाद कहते हैं। यह साल 2021 का दूसरा चक्रवाती तूफान होगा।
मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि बंगाल की खाड़ी में हवा के दबाव से 22 मई या उसके बाद जो स्थितियां पैदा होंगी वे अगले 72 घंटों में तूफान का रूप ले सकती हैं। दक्षिण पूर्वी मानसून 21 मई तक दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण बंगाल की खाड़ी में पहुंचने वाला है। इन दोनों घटनाओं के अलावा मौसम संबंधी कुछ अन्य परिवर्तनों से 22 मई को पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में निम्न वायु दाब की स्थिति बन रही है। इसके प्रभाव से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 22 से 23 मई के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों बहुत तेज बारिश की संभावना है।