भोपाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, मैंने मोहन यादव को बधाई दी और राज्य के विकास के लिए हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया. अब हम यह सुनिश्चित करेंगे कि विपक्ष के रूप में हम मध्य प्रदेश के बेहतर भविष्य के लिए काम करें.
मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया. यादव के साथ निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य पार्टी प्रमुख वीडी शर्मा और तीन केंद्रीय पर्यवेक्षक राजभवन पहुंचे थे.
इससे पहले BJP विधायक दल ने निवर्तमान सरकार में मंत्री यादव (58) को अपना नेता चुना. इसके बाद मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यभार संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया.
जानें कौन हैं डॉ. मोहन यादव
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव काफी पढ़े-लिखे हैं. उन्होंने बीएसएसी, एलएलबी, एमए राजनीति विज्ञान, एमबीए और पीएचडी हैं. 2020 में उन्हें शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. यहां उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्रालय संभाला था. माना जा रहा है कि डॉ. यादव को सीएम बनाने के पीछे उज्जैन संभाग पर उनकी पकड़ और यहां कराया गया उनका कामकाज रहा. दरअसल मोहन यादव उज्जैन संभाग के बड़े नेता माने जाते हैं. वह लगातार यहां सक्रिय रहे. यहां कराए गए विकास कार्यों को लेकर उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं.
2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी और उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर विधायक चुने गए. इस जीत ने विधायक के रूप में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल तय किया, जिसमें उन्हें 95,699 वोट मिले. उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र, जो मालवा उत्तर क्षेत्र का हिस्सा है और उज्जैन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. 2003 से यहभाजपा के लिए एक गढ़ रहा है.