नई दिल्ली
महिलाओं की तस्वीरों से उनके कपड़े उतारने वाली वेबसाइट और ऐप्स काफी ज्यादा पॉपुलर हो रही हैं। ऐसा एक स्टडी में सामने आया है। इसके मुताबिक केवल सितंबर में ही 24 मिलियन लोगों ने अनड्रेसिंग वेबसाइट को विजिट किया गया है। सोशल नेटवर्क एनालिसिस कंपनी ग्राफिका ने यह स्टडी की है। इसके मुताबिक इसका इस्तेमाल करने वालों में ज्यादातर न्यूडिफाई सर्विसेज की मार्केटिंग के लिए पॉपुलर सोशल नेटवर्क्स का इस्तेमाल हुआ है। साल की शुरुआत से अभी तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस तरह के लिंक्स के ऐड में 2400 फीसदी का इजाफा हुआ है।
सोशल मीडिया पर प्रमोशन
स्टडी में यह भी बताया गया है कि यह सर्विसेज एआई का इस्तेमाल करके तस्वीरों को इस तरह रिक्रिएट करती हैं, जिसमें किसी शख्स के कपड़ों को हटाया जा सकता है। इसमें भी बहुत सी सर्विसेज केवल महिलाओं की तस्वीरों पर काम करती हैं। इन टूल्स का प्रमोशन रेडिट और एक्स जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर किया जा रहा है। खतरनाक बात यह है कि इन ऐप्स की मदद से किसी का भी अश्लील वीडियो बनाया जा सकता है। इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि डीपफेक पोर्नोग्राफी में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है।
कुछ भी बनाया जा सकता है
ग्राफिका में एक एनालिस्ट सैंटियागो लाकाटोस ने बताया कि इसकी मदद करके आप ऐसा कुछ बना सकते हैं, जो रियलिस्टिक दिखता है। इस ऐप से क्रिएट की गई एक फोटो को एक्स पर शेयर किया गया है और इसका प्रचार किया जा रहा है। इस पोस्ट के मुताबिक ऐसी तस्वीरें अनड्रेसिंग ऐप यूज करके बनाई जा सकती हैं। एक ऐप ने यूट्यूब पर स्पांसर कंटेंट के लिए भुगतान किया है। न्यूडिफाई सर्च करने पर यह सबसे पहले नजर आता है। हालांकि गूगल के एक प्रवक्ता के मुताबिक कंपनी ऐसे ऐड्स को अलाउ नहीं करती, जिसमें सेक्सुअल कंटेंट होता है। प्रवक्ता के मुताबिक इस तरह के ऐड्स गूगल की पॉलिसी का उल्लंघन करते हैं और उन्हें रिमूव किया जा रहा है।