भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पीपल, सप्तपर्णी और अमरूद के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान के साथ सुमावली विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक एंदल सिंह कंसाना ने भी पौधारोपण किया।
- नई दिल्ली में हुआ टॉफ टाइगर्स वाइल्डलाइफ टूरिज्म अवॉर्ड्स
- सर्वश्रेष्ठ सतत वन्यजीव पर्यटन राज्य कैटेगरी के लिये मिला सम्मान
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड को टॉफ टाइगर्स वाइल्डलाइफ टूरिज्म अवार्ड्स में “सर्वश्रेष्ठ सतत वन्यजीव पर्यटन राज्य” (द बेस्ट सस्टेनेबल वाइल्डलाइफ टूरिज्म स्टेट) के लिए सैंक्चुअरी एशिया अवॉर्ड से नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। मध्यप्रदेश को भारतीय उपमहाद्वीप में प्रकृति, पर्यटन, उद्योग, सतत प्रथाओं और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया है।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने सम्मान पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, मध्यप्रदेश देश का टाइगर स्टेट है और दुनिया से टाइगर्स को देखने के लिए पर्यटक यहां के राष्ट्रीय उद्यानों में पहुंचते हैँ। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम करने की जिम्मेदारी भी बोर्ड की है। इसलिए वन्य क्षेत्रों के आस-पास ईको-फ्रेंडली होमस्टे, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यटकों में जागरूकता लाने जैसे विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं।
पर्यटन पर आधारित शॉर्ट फिल्म और प्रेजेन्टेशन
समारोह में मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन गंतव्यों एवं उत्पादों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। ऑडियो-विजुअल प्रेजेन्टेशन के माध्मय से मध्यप्रदेश के विभिन्न एतिहासिक, प्राकृतिक, आध्यात्मिक, लोक एवं शिल्प कला एवं वन्यजीव पर्यटन पर आधारित जानकारी साझा की गई। अतुल्य भारत के दिल ‘मध्यप्रदेश’ को घूमने के लिए एक आकर्षक एवं आदर्श गंतव्य के रूप में चित्रित किया गया। प्रदेश आध्यात्मिकता, प्राकृतिक वैभव, वन्य जीवन और सांस्कृतिक आभा को समेटे हुए है, जो पर्यटकों को अभिभूत करता है। टूरिज्म बोर्ड की ओर से यह पुरस्कार उप संचालक युवराज पडोले ने ग्रहण किया।
टाइगर, चीता एवं लेपर्ड स्टेट ऑफ इंडिया
मध्यप्रदेश वन्यजीवों की दृष्टि से एक संपन्न राज्य है। 12 राष्ट्रीय उद्यानों और 24 वन्यजीव अभ्यारण्यों के साथ, विभिन्न पौधों, जानवरों और पक्षियों जैसे प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। देश में सर्वाधिक टाइगर्स मध्यप्रदेश में होने के कारण ‘टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया’ होने का गौरव प्राप्त है। म.प्र. में वर्तमान में 785 टाइगर हैं। मध्यप्रदेश को ‘टाइगर स्टेट ऑफ़ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही प्रदेश को ‘लेपर्ड स्टेट’ और ‘घडियाल स्टेट’ का भी गौरव प्राप्त है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों के आगमन ये प्रदेश को चीता स्टेट के रूप में मान्यता मिली है।
अब 31 दिसम्बर तक कर सकेंगे आवेदन
शैक्षिणिक वर्ष 2023-24 के लिये “शिक्षा हेतु वित्तीय सहायता योजना” में लाभ प्राप्त करने के लिये पात्र प्री-मेट्रिक छात्र-छात्राओं को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल http://scholarships.gov.in पर आवेदन करने की अंतिम तिथि में वृद्धि कर 31 दिसम्बर 2023 कर दिया गया है। योजना में प्रदेश के बीड़ी, चूना पत्थर एवं डोलोमाइड और लोह मैंग्नीज आयस्क खदान श्रमिकों के मान्यता प्राप्त शैक्षिणिक संस्थाओं में अध्ययनरत पूत्र-पूत्रियों को वित्तीय सहायता योजना में कक्षा 1 से उच्च शिक्षा गृहण करने पर छात्रवृत्ति/ गणवेश की राशि 1000 रूपये अधिकतम 25000 रूपये स्वीकृत की जाती है।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बीड़ी श्रमिक कल्याण निधि औषधालय भोपाल ने बातया कि नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर आवेदन करने और पात्रता संबंधित जानकारी और अन्य शर्तें देखी जा सकती है। आवेदक ऑनलाइन आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले दस्तावेजों की स्वच्छ एवं पठनीय प्रतियाँ संलग्न करे। आवेदन के बाद अपने अध्ययन शिक्षण संस्थान से संपर्क स्थापित कर आवेदन को ऑनलाइन सत्यापन कर स्कॉलरशिप पोर्टल के माध्यम से ही अग्रेषित करवाना सुनिश्चित करें। आवेदन के सत्यापन कराये जाने की जिम्मेवारी छात्र-छात्रा की होगी। ऑनलाइन आवेदन करने संबंधी अन्य किसी समस्या के समाधान के लिये जबलपुर मुख्यालय Email- wcjab@mp.gov.in पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है।