अक्सर लोग गर्दन के दर्द के कारण परेशान रहते हैं। हालिया हुए एक अध्ययन मुताबिक सामान्य सिरदर्द और माइग्रेन जैसी स्थितियों में गर्दन की मांसपेशियों पर भी असर पड़ता है। स्ट्रेस के कारण होने वाले सिरदर्द में लोगों को अक्सर सिर में जकड़न महसूस होती है और सिर के दोनों तरफ हल्का से मध्यम दर्द होता है। गर्दन का दर्द आमतौर पर प्राथमिक सिरदर्द की वजह से भी हो सकता है। इसमें मायोफेशियल दर्द मांसपेशियों या संयोजी ऊतक की सूजन या जलन से जुड़ा होता है, ये मांसपेशियों को घेरता है। जानकारी के अनुसार माइग्रेन सिर के एक तरफ होता है। माइग्रेन के कारण मतली, कमजोरी और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता भी हो सकती है। दुनिया भर में 148 मिलियन लोग क्रोनिक माइग्रेन से पीड़ित हैं। इससे गर्दन में सूजन का भी जोखिम रहता है।
ऐसे हुई जांच
टीम का उद्देश्य प्राथमिक सिरदर्द की स्थिति में ट्रेपेजिÞयस मांसपेशियों की भागीदारी की जांच करना और मांसपेशियों के टी 2 मूल्यों और सिरदर्द और गर्दन में दर्द की आवृत्ति के बीच संबंधों का पता लगाना था। संभावित अध्ययन में 50 प्रतिभागियों को शामिल किया गया, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं, जिनकी उम्र 20 से 31 वर्ष के बीच थी। इसमें स्ट्रेस और माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द की स्टडी थी।
इलाज में मददगार
इस अध्ययन से एक फायदा यह भी देखने में आ रहा है कि गर्दन की मांसपेशियों को लक्षित करने वाले उपचार से गर्दन के दर्द के साथ-साथ सिरदर्द से भी राहत मिल सकती है। इस अध्ययन को हाल ही रेडियोलॉजिकल सोसायटी आॅफ नॉर्थ अमेरिका (आरएसएनए) की हालिया बैठक में प्रस्तुत किया गया।