Home मध्यप्रदेश भाजपा ने दमोह की चारों सीटों पर किया कब्जा, जयंत मलैया ने...

भाजपा ने दमोह की चारों सीटों पर किया कब्जा, जयंत मलैया ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड

14
0

दमोह

दमोह जिले की चारों विधानसभाओं की मतगणना पॉलिटेक्निक कॉलेज में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई और इसके साथ ही दमोह जिले की चारों विधानसभा में भाजपा ने अपना परचम लहरा दिया। लेकिन इस जीत में सबसे बड़ी बात यह रही कि दमोह के भाजपा प्रत्याशी जयंत मलैया ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए 51628 मतों से जीत हासिल की। अभी तक उनकी सबसे बड़ी जीत 26000 वोटों की थी। वहीं हटा विधानसभा की प्रत्याशी उमा देवी खटीक ने भी 57 हजार मतों से रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल कर एक नया इतिहास रच दिया। जबेरा से धर्मेंद्र सिंह लोधी ने दूसरी बार जीत हासिल करते हुए 16000 से अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह को हराया।

ईश्वर जब देता है छप्पर फाड़कर देता है
भाजपा के जयंत मलैया 51 हजार से ज्यादा वोटों से जीते। इस जीत के बाद सोमवार शाम उमा मिस्त्री की तलैया मैदान में एक आभार सभा का आयोजन किया गया। यहां पर मलैया ने जनता का आभार मानते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इतनी बड़ी जीत मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें तो आज तक कभी सपना भी नहीं आया कि हम इतने वोटों से जीत गए, लेकिन कहते हैं कि ईश्वर जब देता है तो छप्पर फाड़ के देता है और उनके साथ भी वही हुआ।

प्रत्येक घर तक नल से पहुंचे पानी
इस दौरान जयंत मलैया ने मौजूद समूह से कहा की जितनी उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता है वह उससे अधिक आपकी सेवा करने का प्रयास करेंगे। जिले की सिंचाई परियोजनाएं जो धीमी पड़ गई है, उन्हें फिर से गति दी जाएगी, ताकि जिले के प्रत्येक घर तक नल से पानी पहुंचे और प्रत्येक खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचे।

आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता
उन्होंने कहा की दमोह के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रयास किया जाएगा। सरकारी नौकरियां सभी को नहीं मिल सकती क्योंकि नौकरियों की एक सीमित क्षमता है और हमें सभी को यदि रोजगार देना है तो उसके लिए सबको आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए हम प्रशिक्षण केंद्र संचालित करेंगे जिसमें युवाओं को उनके हुनर सीखने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद उन्हें बैंक से लोन दिलाने का काम होगा, ताकि वह स्वयं आत्मनिर्भर होकर अपना रोजगार संचालित कर सके। 

20 साल बाद जयंत मलैया से फिर हारे अजय टंडन
कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन और भाजपा के प्रत्याशी जयंत मलैया के बीच 20 साल बाद तीसरी बार फिर मुकाबला हुआ और तीसरी बार जयंत मलैया ने अजय टंडन को 51000 से अधिक मतों से हरा दिया और इस तरह से अजय टंडन को तीसरी बार भी जयंत मलैया के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

अजय टंडन ने ईवीएम पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप
कांग्रेस से पराजित हुए प्रत्याशी अजय टंडन में अपनी हार के लिए ईवीएम पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ईवीएम से छेड़छाड़ करने के कारण ही उनकी इतनी बड़ी हार हुई है, नहीं तो वह चुनाव जरूर जीत जाते। उन्होंने कहा कि जनता का निर्णय स्वीकार्य है, लेकिन ईवीएम का नहीं।

भोपाल में इलाज करा रहे भाजपा के विधायक लखन पटेल
वहीं, दमोह की बहुचर्चित पथरिया विधानसभा से लखन पटेल ने 18000 मतों से जीत हासिल की और कांग्रेस के राव बृजेंद्र सिंह को हरा दिया। यहां रोचक बात यह रही कि वर्तमान विधायक रही रामबाई सिंह परिहार इस बार तीसरे नंबर पर रही, जबकि बीच में परिस्थिति यह बनी थी कि लखन पटेल और रामबाई  के बीच चुनाव होता दिख रहा था,  लेकिन राव बृजेंद्र सिंह को कुछ स्थान पर लीड मिलने के कारण रामबाई तीसरे स्थान पर पहुंच गई और आखिरकार लखन पटेल चुनाव जीत गए। हालांकि इस मतगणना को लखन पटेल नहीं देख सके, क्योंकि वह अस्वस्थ होने के कारण भोपाल में भर्ती है और अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं से उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को जीत की शुभकामनाएं दी और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा कार्यकर्ताओं का योगदान बताया।