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मुंगेली में पुन्नुलाल मोहले और लोरमी में अरूण साव की जबरदस्त जीत…कांग्रेस की शर्मनाक हार…कौन लेगा हार की जिम्मेदारी…? कौन देगा इस्तीफा…?

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मुंगेली। विधानसभा आम निर्वाचन-2023 में मुंगेली जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के पश्चात कल 3 दिसंबर शाम को परिणाम घोषित किया गया, जिसमें मुंगेली विधानसभा क्रमांक-27 से प्रत्याशी पुन्नूलाल मोहले और लोरमी विधानसभा क्रमांक-26 से अरूण साव विजयी घोषित किए गए। शासकीय कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय चातरखार में मतगणना के पश्चात विजयी प्रत्याशियों को संबंधित रिटर्निंग ऑफिसरों ने प्रमाण पत्र सौंपा।
छत्तीसगढ़ में भुपेश बघेल के चेहरे में चुनाव लड़ा गया था, माना जा रहा था कि 5 सालों में भुपेश बघेल के जनकल्याणकारी योजनाओं व छत्तीसगढ़ी परंपरा को जीवित रखने जैसे आधारों पे दुबारा सत्ता आने का दावा सभी कांग्रेसी कर रहे थे, परंतु भाजपा की रणनीति, कांग्रेस में हुए भितरघात, कांग्रेसियों का अति आत्मविश्वास, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा ने कांग्रेस की नैय्या प्रदेश के साथ साथ मुंगेली में भी डूबा दी। मुंगेली विधानसभा से अपराजेय योद्धा माने जाने वाले विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कांग्रेस के प्रत्याशी संजीत बनर्जी को 11781 मतों से पराजित किया हैं, विधायक पुन्नूलाल मोहले की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि 2018 के विधानसभा चुनाव में हुए जीत से अभी 2023 के चुनाव में अधिक मतों से जीत हुई हैं। मुंगेली के कांग्रेसी इसका सारा श्रेय भीतरघात करने वाले नेताओं को दे रहे हैं, साथ ही कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से भी हार का सामना करना पड़ा, अब सवाल यह उठता हैं कि मुंगेली विधानसभा और मुंगेली शहर के बूथों से कांग्रेस को मिली करारी हार की जिम्मेदारी कौन लेता हैं ? और जिम्मेदारी लेने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दिया जाता हैं या कुंडली मार फिर कांग्रेस को लोकसभा में हराने अपनी भूमिका निभाते नजर आते हैं ? कांग्रेसियों की माने तो मुंगेली विधानसभा में कांग्रेस की हुई हार के संबंध में जल्द ही समीक्षा बैठक की जानी चाहिए।
जानकारी के मुताबिक इस बार कांग्रेस प्रत्याशी संजीत बनर्जी को हर वर्ग से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था, सभी ने संजीत की नीतियों, भावी योजनाओं को पसंद किया उसके बावजूद ऐसा क्या हुआ कि उन्हें बुरी तरफ हार का सामना करना पड़ा ? इसका जवाब शायद समीक्षा बैठक में मिल सकता हैं ?