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कोटा में स्टूडेंट्स सुसाइड रोकने के लिए प्रशासन की एक और पहल, हर हॉस्टल-पीजी में जाकर संवाद करेंगे काउंसलर्स

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कोटा

कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सालभर में अब तक 29 स्टूडेंट्स आत्महत्या कर चुके हैं. इस समस्या को लेकर प्रशासन गंभीर है और लगातार कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में प्रशासन ने एक और पहल की है. अब हर हॉस्टल और पीजी में काउंसलर्स जाएंगे और छात्रों से संवाद करेंगे. काउंसलर्स छात्रों की मानसिक स्थिति का पता लगाएंगे और उन्हें किसी भी तरह की समस्या होने पर मदद के लिए प्रोत्साहित करेंगे.

इस अभियान के लिए प्रशासन ने एक विशेष पोस्टर भी तैयार किया है. इस पोस्टर में 24 घंटे विद्यार्थियों की मदद के लिए संचालित की जा रही हेल्पलाइन के मोबाइल नंबर, जिला प्रशासन के स्टूडेंट पोर्टल, कोटा पुलिस स्टूडेंट सेल, व्हाट्स-अप कांटेक्ट, ई-मेल आईडी और मदद के लिए अन्य सभी हेल्पलाइन के पोस्टर्स सभी हॉस्टल्स के प्रमुख स्थानों पर डिस्प्ले किए जाएंगे.

यहां अपनी बात शेयर करें तनावग्रस्त विद्यार्थी

इस अवसर पर जिला कलक्टर ने शहर के सभी हॉस्टल्स और पीजी की भी जांच और यहां रह रहे विद्यार्थियों में जागरूकता के लिए अभियान चलाने की बात कही. इसके लिए कोटा शहर में विद्यार्थियों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. सकारात्मक माहौल के साथ ही कोई भी विद्यार्थी यदि किसी भी तरह के तनाव में है तो वो किसी न किसी प्लेटफार्म पर अपनी बात कह सके, उसे ट्रैक किया जा सके, इसके लिए यह प्रयास सराहनीय है. ऑल स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से यह प्रस्ताव आया था, जिस पर विचार करने के बाद इन पोस्टर्स को सभी हॉस्टल्स में लगाने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है. इसके साथ ही हर हॉस्टल में विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करने के लिए भी यह पहल की गई है. इस पोस्टर का विमोचन जिला कलक्टर एम पी मीणा द्वारा किया गया. विद्यार्थियों से संवाद के लिए नोडल ऑफिसर आरएएस गजेन्द्र सिंह को बनाया गया है. 

हॉस्टल्स की भी होगी जांच

कलक्टर मीणा ने कहा कि जागरूकता के लिए जो टीमें बनाई गई हैं, वो विद्यार्थियों से संवाद के साथ हॉस्टल्स में गाइड लाइन की पालना की भी जांच करेंगी. कमरों के पंखों में हैंगिंग डिवाइस है या नहीं, सुबह-शाम विद्यार्थियों की जांच की जा रही है या नहीं, इसके अलावा भोजन की गुणवत्ता और विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं की जांच कर परफोर्मा भरवाया जाएगा. इस परफोर्मा के आधार पर हॉस्टल्स पर कार्रवाई की जाएगी. 

'हम हर समय तैयार'

इस अवसर पर ऑल स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष मुकेश सारस्वत ने कहा कि हम विद्यार्थियों की मदद के लिए तैयार हैं. जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों के हित में जो भी कार्य दिया जाएगा, उसे पूरी गंभीरता से किया जाएगा. हॉस्टल्स में विद्यार्थियों की संख्या कम होती है, ऐसे में यहां जाकर उनसे आसानी से बात की जा सकती है. उनकी समस्याएं सामने आती है तो उनके समाधान के लिए नए सिरे से प्रयास किए जा सकते हैं.