उज्जैन
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों श्वानों का आंतक है। बीते तीन दिनों में श्वान कई दर्शनार्थियों को काट चुके हैं। बुधवार को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आए एक मरीज में रैबीज के लक्षण दिखाई देने के बाद डाग बाइट का शिकार हुए श्रद्धालुओं में दहशत व्याप्त है।दर्शनार्थियों का कहना है कि मंदिर प्रशासन श्वान नियंत्रण में कोताही बरत रहा है।
महाकाल मंदिर में श्वानों की संख्या बढ़ी
कुछ समय से महाकाल मंदिर में श्वानों की संख्या बढ़ गई है। विभिन्न प्रवेश द्वारों से लेकर मंदिर परिसर, प्रशासनिक कार्यालय क्षेत्र, श्री महाकाल महालोक, जूना महाकाल परिसर में श्वान स्वछंद विचरण करते नजर आते हैं। बीते कुछ दिनों से श्वान दर्शनार्थियों को अपना शिकार बना रहे हैं। एक सप्ताह में तीन से चार मामले समाने आ चुके हैं।
श्वानों ने एक सुरक्षाकर्मी को भी काटा
एक माह पहले श्वानों ने एक सुरक्षाकर्मी को भी काट लिया था। डाग बाइट के शिकार लोग मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय में शिकायत करते हैं, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं होती है। इधर अफसरों का कहना है कि इन दिनों मंदिर के आसपास निर्माण कार्य चल रहा है। चारों ओर से खुला होने के कारण आसपास के रिहायशी क्षेत्र से श्वान मंदिर में घुस आते हैं। हमने नगर निगम में मामले की शिकायत की है, निगम की टीम समय-समय पर श्वान पकड़ने की कार्रवाई कर रही है।
स्थायी टीम नियुक्त करेंगे
महाकाल मंदिर में डाग बाईट के मामले दिखाई दिए हैं। फिलहाल नजर निगम की टीम श्वानों को पकड़ने का काम कर रही है। महाकाल महालोक बनने के बाद मंदिर परिक्षेत्र का विस्तार हो गया है। निगम आयुक्त से बात करके श्वान पकड़ने वाली स्थाई टीम मंदिर में नियुक्त करेंगे, जो दिनभर काम करेगी।
—संदीप कुमार सोनी, प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर