नई दिल्ली
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों का होना जरूरी है। किसी एक की भी कमी, उनकी ग्रोथ में रूकावट डाल सकती है और कई बीमारियों की वजह भी बन सकती है। इन जरूरी पोषक तत्वों में से एक विटामिन-डी भी है, जो शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए जरूरी होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने और कई बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी होता है। विटामिन-डी की कमी की वजह से, हमारे शरीर में कई परेशानियां हो सकती हैं। इसकी कमी सिर्फ बड़ों में ही नहीं, बल्कि बच्चों में भी हो सकती है और काफी परेशानी का कारण भी बन सकती है। आइए जानते हैं, बच्चों में विटामिन-डी की कमी की वजह से क्या परेशानियां हो सकती हैं और कैसे इसकी कमी को दूर कर सकते हैं।
क्यों जरूरी होता है विटामिन-डी?
विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस अब्जॉर्ब करने में मदद करता है। इसकी कमी होने की वजह से, हमारा शरीर कैल्शियम का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और टीशू भी कमजोर होने लगते हैं। बच्चों में विटामिन-डी की कमी की वजह से उनकी हड्डियां कमजोर और टेढ़ी हो सकती हैं। इसके अलावा अक्सर थकावट होना, शरीर में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए बच्चों में इसकी कमी होना बहुत खतरनाक हो सकता है।
क्या हैं इसकी कमी के लक्षण?
रिकेट्स
बच्चों में विटामिन-डी की कमी से होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक रिकेट्स होते हैं। इसकी कमी की वजह से बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और हड्डियां टेढ़ी होना, और ऑस्टोमेलिशिया यानी हड्डियों के नरम होने की समस्या हो सकती है।
दांतों का कमजोर होना
विटामिन-डी की कमी की वजह से बच्चों के दांत कमजोर हो सकते हैं। दांतों की मजबूती के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है और विटामिन-डी की कमी की वजह से कैल्शियम अब्जॉर्ब नहीं हो पाता और दांत कमजोर हो जाते हैं।
कमजोर इम्युनिटी
विटामिन-डी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए जरूरी होते हैं। इसकी कमी होने की वजह से बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने लगती है और वे अधिक बीमार होने लगते हैं।
शारीरिक विकास में रुकावट
विटामि-डी हड्डियों और मांसपेशियों, दोनों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी होता है। हड्डियों और मांसपेशियों के कमजोर होने की वजह से बच्चों के शारीरिक विकास में रुकावट हो सकती है।
कैसे करें इसकी कमी को पूरा?
बच्चों की डाइट में विटामिन-डी से भरपूर फूड आइटम्स, जैसे- मशरूम, फैटी फिश आदि को शामिल करें।
धूप विटामिन-डी का सबसे बेहतर स्त्रोत होता है। इसलिए बच्चों को थोड़ी देर धूप में खेलने भेजें या सन बाथ कराएं। हालांकि, सन स्क्रीन लगाना न भूलें। इसके अलावा, बच्चों से एक्सरसाइज कराएं।
अगर आपके बच्चे में विटामिन-डी की कमी के लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से मिलकर विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।