Home व्यापार वॉरेन बफेट ने पेटीएम से किया किनारा, अपनी पूरी हिस्‍सेदारी बेची

वॉरेन बफेट ने पेटीएम से किया किनारा, अपनी पूरी हिस्‍सेदारी बेची

13
0

नईदिल्ली

दुनिया के सबसे बड़े वेंचर कैपिटलिस्ट में से एक और 9वें सबसे अमीर इंसान वॉरेन बफेट ने डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm से हाथ वापस खींच लिए हैं. उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे ने अपनी एफिलिएट ‘बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स’ के माध्यम से ‘पेटीएम’ की पेरेंट कंपनी ‘वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड’ में निवेश किया था. वॉरेन बफेट की इस कंपनी ने पेटीएम में अपनी पूरी हिस्सेदारी ओपन मार्केट में बेच दी है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के डेटा के मुताबिक बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स के पास पेटीएम के 1.56 करोड़ शेयर थे. ये वन97 कम्युनिकेशंस की 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. वॉरेन बफेट की कंपनी ने पेटीएम में अपनी पूरी हिस्सेदारी ओपन मार्केट में बेच दी है.

आईपीओ में भी बेची थी हिस्सेदारी: Paytm की पैरेंट कंपनी- वन 97 कम्युनिकेशंस के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक बर्कशायर ने कंपनी के 17,027,130 शेयर हासिल किए थे और अधिग्रहण की औसत लागत 1,279.70 रुपये प्रति शेयर थी। इसके बाद बर्कशायर ने साल 2021 में वन 97 कम्युनिकेशंस के आईपीओ में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच दिया। अब बर्कशायर हैथवे ने अपने सहयोगी बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स के माध्यम से Paytm में बचे हुए 15,623,529 शेयरों की पूरी हिस्सेदारी 877.2 रुपये प्रति शेयर पर बेच दी।  

बायबैक के बाद बढ़ी शेयरों की संख्या
बता दें कि इस साल फरवरी महीने में वन97 कम्युनिकेशंस ने शेयर बायबैक प्रोग्राम को लॉन्च किया था। इस प्रोग्राम में कंपनी ने 546 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर 1.55 करोड़ से अधिक शेयरों की बायबैक की। यह कुल मिलाकर लगभग 850 करोड़ रुपये का प्रोग्राम था। इस बायबैक के बाद से पेटीएम की पैरेंट कंपनी के शेयरों में 68% की बढ़ोतरी हुई है और 20 अक्टूबर को यह 21 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। 

शेयर में गिरावट, नुकसान में निवेशक: इस बीच, शुक्रवार को पेटीएम के शेयर में 3 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर की क्लोजिंग 3.23% नुकसान के साथ 893 रुपये पर हुई। बता दें कि साल 2021 में कंपनी का आईपीओ आया था। इस आईपीओ का इश्यू प्राइस 2150 रुपये था। कंपनी के शेयर लिस्टिंग के बाद अब तक इश्यू प्राइस के नजदीक भी नहीं जा सके हैं। कहने का मतलब है कि सिर्फ बर्कशायर के मालिक वफेट को ही नहीं, आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवेशकों को भी भारी-भरकम नुकसान हुआ है।

बर्कशायर हैथवे ने इतने में बेची हिस्सेदारी

बर्कशायर हैथवे ने पेटीएम में अपने सारे शेयर बल्क डील में बेच दिए. उसने एवरेज 877.29 रुपए की वैल्यू पर पेटीएम के शेयर की सेल की. ये सौदा करीब 1,370.63 करोड़ रुपए का हुआ. वॉरेन बफेट ने साल 2018 में पेटीएम की 2.6 हिस्सेदारी खरीदी थी. तब उन्होंने कंपनी की वैल्यूएशन 10 से 12 अरब डॉलर आंकी थी और करीब 2200 करोड़ रुपए का निवेश किया था.

 रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच कॉप्टहॉल मॉरीशस इंवेस्टमेंट ने पेटीएम के 75,75,529 शेयर, घिसाल्लो मास्टर फंड एलपी ने 42.75 लाख, शेयर खरीदे हैं. हाल में पेटीएम की हालत बेहतर हुई है. जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर उसका रिवेन्यू 32 प्रतिशत बढ़कर 2518.60 करोड़ रुपए हो गया है.

होने वाली इंवेस्टर्स की बड़ी मीटिंग

बीएसई को दी जानकारी के मुताबिक पेटीएम की इंवेंस्टर्स के साथ जल्द बड़ी मीटिंग होने वाली है. पेटीएम में इंवेस्ट करने वाली बोफा एशिया इंटरनेट कॉरपोरेट डे की मीटिंग 30 नवंबर और 1 दिसंबर को होनी है. वहीं हिलफोर्ट कैपिटल इंवेस्टर डे की 1 दिसंबर, मैक्वायर इंडिया समिट की 7 दिसंबर और जेफरीज फाइनेंशियल टूर की 8 दिसंबर को मीटिंग होनी है.