गौरेला/पेंड्रा/मरवाही.
एक अक्टूबर से प्रदेश भर में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू हो गई है। किसानों से धान खरीदी के साथ ही धान का अवैध भंडारण भी हो रहा है। वहीं, अवैध रूप से धान के भंडारण एवं परिवहन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। गौरेला पेंड्रा मरवाही कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया के निर्देशानुसार, खाद्य निरीक्षक जितेंद्र वासुदेव, आशीष पांडे और मंडी सचिव ध्रुवकुमार कैवर्त के संयुक्त दल द्वारा निरीक्षण के दौरान अवैध रूप से भंडारित एवं स्टाफ से अधिक धान की जप्ती की कार्रवाई की गई।
खाद्य निरीक्षक ने बताया कि आज जायसवाल ट्रेडिंग कंपनी देवरगांव गौरेला में स्टॉक से अधिक 655 बोरी (मात्रा 295 क्विंटल) धान पाए जाने पर जप्त किया गया। इसी तरह बुधवार को अजय गुप्ता ट्रेडर्स पुरानी बस्ती पेण्ड्रा में आकस्मिक निरीक्षण करने पर 60 बोरी धान (मात्रा 24 क्विंटल) अवैध भंडारण पाए जाने पर जप्त किया गया। दोनों प्रकरणों में मंडी अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।
दंतेवाड़ा जिले में अवैध धान क्रय- विक्रय और परिवहन पर प्रशासन की नजर बनी हुई है। गीदम के दो गोदामों में दबिश के बाद अब नकुलनार के पांच गोदामों में छापा मारा गया। जहां से 599 क्विंटल धान जब्त किया गया। यह कार्रवाई राजस्व तथा खाद्य विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। जिले में जिले में धान के अवैध भंडारण, परिवहन के विरुद्ध विभागीय अधिकारियों की टीम सक्रिय हो गई है। मंगलवार की शाम मुखबिर की सूचना पर एसडीएम के नेत़त्व में तहसीलदार विद्याभूषण, खाद्य निरीक्षक प्रहलाद सिंह राठौर और राजस्व कर्मियों की टीम नकुलनार के कुछ व्यापारियों के गोदामों में दबिश दी। जहां भंडारित धान अवैध पाया गया। अधिकारियों के अनुसार पांच व्यापारियों के गोदाम में दबिशत देकर अवैध धान जब्त किया गया। जिसे अभी उन्हीं व्यापारियों के सुपुर्द में रखकर कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि व्यापारी लालताप्रसाद पासवान के कब्जे से 500 पैकेट में 200 क्विंटल, शिवसिंह भदौरिया के पास से 700 में 288 तथा हितावर के अब्दुल शाहिद के गोदाम से 18 क्विंटल धान 40 पैकेट में जब्त किया है। इन तीनों से जब्त धान के प्रकरण बनाए गए हैं। एसडीएम लिंगराज सिदार ने कहा कि सरकार निर्देश पर मैदानी अमला अवैध धान के परिवहन, भंडारण, क्रय- विक्रय पर नजर बनाए हुए है। मंगलवार की शाम को कलेक्टर के पास मुखबिर ने सूचना अवैध भंडारण की सूचना दी थी। इसके बाद टीम बनाकर छापेमारी की कार्रवाई की गई है।