कांकेर
जिले के दुगार्कोंदल स्थित चेमल की पुष्प स्टील माइंस से लौह अयस्क लेकर लौट रही ट्रकों के ड्राइवरों से ग्रामीणों द्वारा की गई मारपीट में 4 ट्रक ड्राइवरों को चोट आई है। ग्रामीणों ने पहले पेड़ काटकर मार्ग अवररूद्ध कर दिया जब लौह अयस्क लेकर ट्रक मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद ग्रामीणों ने 4 ट्रक ड्राइवरों से मारपीट की। मारपीट के डर से अन्य ट्रकों के ड्राइवर भाग गए। इधर मारपीट की घटना से पीड़ित ड्राइवरों की सूचना पर लोहत्तर पुलिस घटनास्थल पहुंचकर सड़क से पेड़ को हटाकर मामले की जांच कर रही है। इस मारपीट की घटना के बाद ड्राइवर और मालिक भी दहशत में हैं और भविष्य में बड़ी नक्सली घटना की संभावना को लेकर ट्रक चेमल माइंस नहीं भेजने की बात कह रहे हैं। ट्रक ड्राइवरों से मारपीट करने वाले ग्रामीण थे या नक्सली यह स्प्ष्ट नही हो पाया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 15 ट्रक लौह अयस्क भरने के लिए पुष्प स्टील माइंस पहुंचे थे। यहां से लौह अयस्क लेकर वापस लौट रहे थे, इसी दौरान एडगुड़ और आमागढ़ के बीच जंगल में 15 से 20 की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और पेड़ काटकर मार्ग अवरूद्ध कर सभी वहीं आस-पास बैठकर ट्रकों का इंतजार करने लगे जैसे ही ट्रकें पहुंची तो 15 से 20 की संख्या में ग्रामीणों ने ट्रक ड्राइवरों से डंडे और लात घूसों से मारपीट शुरू कर दी। इस मारपीट में ड्राइवर मनीष कश्यप, दिनेश डहरिया, संदीप मसके को मारपीट से काफी चोट आई है। अपने साथी ड्राइवरों से मारपीट होते देख बाकी ट्रकों के ड्राइवर वहां से भाग गए। पीड़ित ड्राइवर और माइंस प्रबंधन ने पुलिस से घटना की शिकायत की है। सूचना मिलते ही लोहत्तर थाना की पुलिस घटनास्थल पहुंचकर पहले अवरूद्ध मार्ग से काटे गए पेड़ को सड़क से हटाया और रास्ता बहाल किया। फिर पीड़ित ड्राइवरों से पूछताछ कर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी लोहत्तर सुशील पटेल ने बताया कि आमागढ़ और एडगुड़ के बीच अज्ञात लोगों ने पेड़ काटकर रास्ते को अवरूद्ध कर दिया था। ट्रकें पहुंची तो 4 ड्राइवरों से मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है। मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की जायेगी।