नई दिल्ली
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'डीपफेक' के मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के प्रतिनिधियों के साथ आज गुरुवार को एक मीटिंग बुलाई है। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र का कहना है कि यह कदम तकनीक के दुरुपयोग पर चिंताओं और 'डीपफेक' पर नकेल कसने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को प्रोत्साहित करने के सरकार के संकल्प को दिखाता है।
क्या है डीपफेक तकनीक?
'डीपफेक' में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करते हुए किसी तस्वीर या विडियो में मौजूद व्यक्ति की जगह किसी दूसरे को दिखा दिया जाता है। इसमें इतनी समानता होती है कि असली और नकली में अंतर करना काफी मुश्किल होता है।
बॉलीवुड के लोग बने थे निशाना
हाल ही में, बॉलीवुड के कई कलाकारों को निशाना बनाने वाले कई 'डीपफेक' वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित हो गए थे। इस पर कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी। इससे नकली सामग्री बनाने के लिए तकनीक के दुरुपयोग को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए।
पीएम ने कहा- बड़े संकट का कारण बन सकता है डीपफेक
पीएम मोदी ने पिछले शुक्रवार को आगाह किया था कि 'डीपफेक' बड़े संकट का कारण बन सकता है। समाज में असंतोष उत्पन्न कर सकता है। उन्होंने मीडिया से इसके दुरुपयोग को लेकर जागरूकता बढ़ाने और लोगों को शिक्षित करने का आग्रह भी किया था। वहीं, वैष्णव ने भी इसे लेकर आगाह किया था। सरकार ने हाल ही में इस मुद्दे पर कंपनियों को एक नोटिस जारी किया था।