तेल अवीव.
हमास के पोलित ब्यूरो नेता इस्माइल हानियेह ने दावा किया कि उनका आतंकवादी समूह यहूदी राष्ट्र पर हमले के बाद 7 अक्टूबर को पकड़े गए बंधकों की रिहाई के संबंध में इज़राइल के साथ एक संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने के करीब है. हनियेह की टिप्पणी हमास द्वारा कतर में मध्यस्थों को संघर्ष विराम की इच्छा व्यक्त करने के बाद आई है. हनियेह ने कहा, ‘हम एक संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने के करीब हैं.’ हालांकि, हमास के वरिष्ठ नेता ने उक्त समझौते पर कोई अन्य जानकारी नहीं दी.
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के अनुसार, गाजा में सेना के चल रहे जमीनी हमले में आतंकवादी समूह के लगभग 70 प्रतिशत शीर्ष नेतृत्व मारे गए हैं. लेकिन यह देखना अभी बाकी है कि क्या इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली सहित किसी युद्धविराम के लिए सहमत होता है.
इजराइल सरकार बंधकों के परिवारों के दबाव में भी है. अधिकारियों के मुताबिक, गाजा में 237 लोगों को बंदी बनाया गया है, जिनमें इजरायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं. सोमवार को इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि बंधकों में 40 बच्चे हैं.
अब तक, हमास द्वारा चार नागरिक बंधकों को रिहा किया गया है, एक इजरायली सैनिक को बलों द्वारा बचाया गया और कथित तौर पर बंधकों के तीन शव बरामद कर लिए गए हैं.
बंधकों को रिहाई के लिए चल रही बातचीत
जानकारी के मुताबिक बंधकों को रिहा कराने को लेकर कई दिनों बातचीत हो रही है. कतरी मध्यस्थ हमास और इजराइल के लिए तीन दिन के युद्ध विराम के बदले में 50 बंधकों को रिहा करने के समझौते की मांग कर रहे थे, जिससे गाजा के नागरिकों को आपातकालीन सहायता मिल सके. वहीं अमेरिका में इजराइल के राजदूत माइकल हर्जोग का कहना है कि आने वाले दिनों में समझौता हो सकता है इसकी उम्मीद है.
‘7 अक्टूबर का हमला इतिहास का सबसे घातक दिन’
हालांकि व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने ये भी कहा कि ये बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और अक्सर आखिरी समय में ये बातचीच विफल हो जाती है. उन्होंने कहा कि जब तक सभी बातों पर सहमति नहीं बन जाती तब तक समझौता होना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर की घटना इजराइल के इतिहास का सबसे घातक दिन था. जिसने इजराइल को फिलिस्तीन पर आक्रमम करने के लिए उकसाया.
गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकार के मुताबिक इजराइल सेना के हमलों में अब तक करीब 13,300 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है, जिनमें करीब 5 हजार से ज्यादा बच्चे 3 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं. गौरतलब है के 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला कर दिया था जिसमें करीब 12 हजार लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान आतंकियों ने करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था.
इजराइल कर रहा लगातार हमले
तब से इजराइल लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है. इजराइली सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा पर हमला कर दिया. सेना का दावा है कि हमास अस्पताल का इस्तेमाल मरीजों के इलाज के लिए नहीं बल्कि आतंकी गतिविधियों के लिए करता है, सेना ने ये भी कहा कि हमास के आतंकियों ने अस्पताल के अंदर बंधकों को रखा है.