नई दिल्ली
बेंगलुरु कार्यालय बाजार चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में प्रभावित हुआ। इस दौरान कार्यस्थल को पट्टे पर लेने की मांग में 28 प्रतिशत की गिरावट आई। कॉरपोरेट जगत की कमजोर मांग के बीच नई कार्यस्थलों को पट्टे पर लेने की दर में भी सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की गिरावट आई। रियल एस्टेट के सलाहकार वेस्टियन ने यह जानकारी दी।
वेस्टियन ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए भारत के शीर्ष सात शहरों की अपनी कार्यालय बाजार रिपोर्ट जारी की।
बेंगलुरु में जुलाई-सितंबर तिमाही में कार्यालय स्थल की मांग सालाना आधार पर 28 प्रतिशत गिरकर 36 लाख वर्ग फुटा हो गई। यह एक साल पहले समान अवधि में 50 लाख वर्ग फुट थी। बेंगलुरु में नए कार्यस्थलों की मांग सालाना आधार पर 25 प्रतिशत गिरावट के साथ 27 लाख वर्ग फुट रही।
वेस्टियन को उम्मीद है कि बड़ी आईटी कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को कार्यालय वापस बुलाने के फैसले से बेंगलुरु में कार्यालय स्थल की मांग बढ़ेगी।
रिसल एस्टेट सलाहकार के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई-सितंबर में कार्यस्थल को पट्टे पर देने की सकल मांग 21 प्रतिशत बढ़कर 1.59 करोड़ वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1.31 करोड़ वर्ग फुट थी।
बेंगलुरु के अलावा इसमें शामिल अन्य छह प्रमुख शहर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद हैं।
समीक्षाधीन तिमाही में इन शीर्ष सात शहरों में नए कार्यस्थल की मांग 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.34 करोड़ वर्ग फुट रही।
वेस्टियन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीनिवास राव ने रिपोर्ट पर कहा, ‘‘ वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में भारतीय कार्यालय क्षेत्र में रियल एस्टेट गतिविधियों में वृद्धि देखी गई। वैश्विक महामारी के बाद से मांग उच्चतम स्तर पर पहुंच गई और नई मांग बढ़कर पांच-चौथाई के उच्चतम स्तर पर रही।’’