रायपुर
जैतु साव मठ पुरानी बस्ती में आज दोपहर 12 बजे आंवला नवमी पर विधिवत पूजन किया जाएगा, इस मौके पर भगवान श्री को चांदी के सिंहासन में विराजमान कराया जाएगा।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवली नवमी का पर्व मनाया जाता है, इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तिथि तक भगवान विष्णु आंवला के वृक्ष में निवास करते हैं इसलिए आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा अर्चना की जाती है, जिससे आरोग्य, सुख-शांति और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।