श्रीनगर.
रिलायंस फाउंडेशन यूथ स्पोर्ट्स (आरएफवाईएस) कश्मीर की सुरम्य घाटियों में भारत की अग्रणी ग्रास रूट फुटबॉल प्रतियोगिताओं में से एक की शुरुआत के साथ एक नये रोमांचक अध्याय की शुरुआत करने जा रहा है। आरएफवाईएस तीन आयु वर्गों (लड़कों के लिए अंडर-15, अंडर-21 और लड़कियों के लिए अंडर-19) में टूर्नामेंट आयोजित करेगा और इसी के साथ वह फुटबॉल के खेल के प्रति जुनून और बेहद प्यार रखने वाली सुंदर वादियों में एक नई यात्रा शुरूआत करने जा रहा है।
कश्मीर के उभरते एथलीटों के सपनों को पंख देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के उद्देश्य से आरएफवाईएस ने वार्षिक इंटर कॉलेज बॉयज़ टूर्नामेंट के लिए उच्च शिक्षा विभाग (जम्मू और कश्मीर यूटी) और कश्मीर विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की है। श्रीनगर के विश्वविद्यालय के फुटबॉल मैदान में 13 से 30 नवंबर, 2023 तक चल रहे कुल 28 मैचों में 29 टीमें आमने-सामने हैं। इसके अलावा, आरएफवाईएस अंडर-15 लड़कों और अंडर-19 लड़कियों की प्रतियोगिताओं में केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के चार जिलों से क्रमशः 32 और 16 टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी।
कश्मीर से ताल्लुक़ रखने वाले पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मेहराजुद्दीन वाडू ने कहा, "कश्मीर में फुटबॉल की बहुत प्रतिभा है। आरएफवाईएस का वहाँ जाना एक बेहतरीन पहल है और युवाओं के लिए अपने कौशल का प्रदर्शन करने का यह एक अच्छा अवसर है। कश्मीर में खिलाड़ियों के बीच काफी संभावनाएं हैं और उम्मीद है कि वे इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के साथ साथ राष्ट्रीय टीम में खेल सकते हैं।''
वाडू ने एक्सपोजर पर जोर देते हुए कहा कि आरएफवाईएस जैसा टूर्नामेंट घाटी में उभरते फुटबॉलरों के लिए अवसरों की खिड़की खोलेगा। वाडू ने कहा,'' जब मैं नेक्स्ट जेनरेशन कप के लिए मुंबई में था, तो भारतीय क्लबों को अपने विदेशी समकक्षों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना बहुत अच्छा था। यदि आप उन्हें मौका देते हैं, तो आप रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) के मोहम्मद सनन जैसे युवाओं को जमशेदपुर एफसी के लिए खेलते हुए देखेंगे और उन्होंने आईएसएल में एक गोल भी किया है। किसी भी आयु वर्ग के लिए, आपको खेलने के लिए पर्याप्त समय चाहिए और यदि आरएफवाईएस आपको वह दे रहा है तो इससे बेहतर कुछ नहीं है, लेकिन आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा क्योंकि लोग आपको करीब से देख रहे हैं,''
दानिश फारूक, जो श्रीनगर से हैं और केरल ब्लास्टर्स एफसी के लिए मिडफील्डर के रूप में खेलते हैं, ने कहा,''आरएफवाईएस की यह पहल उन सभी लड़कों और लड़कियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी जो इसके द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेंगे। यह एक बेहतरीन अवसर होगा और लोग उन्हें खेलते हुए देखेंगे। इस लिहाज़ से यह अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा मंच होगा। मैं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देता हूं। कश्मीर में बहुत सारी फुटबॉल प्रतिभाएं हैं और उन्हें उस मंच की आवश्यकता है जो आरएफवाईएस उन्हें प्रदान कर रहा है। वहां इस खेल के बहुत से फैन्स हैं और मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह और बढ़ेगा। सभी हितधारक इसके लिए समन्वय में काम कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि क्षेत्र से अधिक खिलाड़ी उभरेंगे और आईएसएल में क्लबों का प्रतिनिधित्व करेंगे। "
आरएफवाईएस का लक्ष्य क्वालिटी प्लेइंग टाइम, कोच और फुटबॉल के विकास के लिए अनुदान प्रदान करके कश्मीर में फुटबॉल की संरचना को पेशेवर बनाना है। आरएफवाईएस ने अपनी स्थापना के बाद से लगभग नब्बे लाख छात्रों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, और कश्मीर लेग इस प्रोग्राम के भविष्य में एक महत्वपूर्ण कदम है। घाटी में इस खेल के प्रति वास्तविक रुचि है और यह टूर्नामेंट होनहार खिलाड़ियों के लिए भारत में पेशेवर फुटबॉल सेटअप में कदम रखने और फलने-फूलने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को साकार करने का मार्ग तैयार करने के लिए इसका उपयोग करेगा।