बिलासपुर संभाग/ सांसद अरूण साव ने कोरोना महामारी में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार हेतु एस.ई.सी.एल से 25 लाख रूपये की मांगे थे जो बहुत जिला प्रशासन को बहुत जल्द उपलब्ध हो जायेंगे।
बिलासपुर सांसद अरूण साव ने कोरोना महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार हेतु जिला प्रशासन के लिए दिनांक 23.04.2021 को एस.ई.सी.एल से 25 लाख रूपये की मांग की थी जिसे एस.ई.सी.एल ने पूरी कर दी ।
सांसद अरूण साव ने एस.ई.सी.एल. के सी.एम.डी. को पत्र लिखा था कि वर्तमान में जिले में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। जिले के शासकीय अस्पतालों में वेंटिलेटर ऑक्सीजन कोविड डेडिकेटड बेड आदि की कमी के कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। कोरोना मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को हर संभव मदद पहुॅचाना आवश्यक है। सांसद अरूण साव ने उपरोक्त आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सी.एस.आर मद से 25 लाख रूपये तत्काल जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने की मांग की थी जिसे एस. ई.सी.एल. ने सीएसआर मद से मंजूरी दे दी है जो अब बहुत जल्द जिला प्रशासन ले पास पहुँच जाएगा जिससे कोरोना महामारी में उपयोग किया जाएगा। आपको बता दे कि बिलासपुर के विधायक शैलेष पांडेय ने दिनांक 24.04.2021 को एसईसीएल से कोरोना मरीजों के ईलाज हेतु जिला प्रशासन को 25 लाख उपलब्ध कराने कहा गया था, यहाँ पर विधायक महोदय सांसद महोदय से एसईसीएल से राशि मांगने के मामले में एक दिन पीछे हो गए, और अब जब एसईसीएल ने 25 लाख की मंजूरी दे दी तब ऐसे ऐसे में शहर विधायक द्वारा खुद श्रेय लेने का प्रयास किया जा रहा, जिसके चलते क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश हैं, मामले में क्षेत्रवासियों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिलासपुर के विधायक अक्सर विवादों और फोटोबाजी में व्यस्त रहे हैं और वे कोरोना के इस संकटकाल में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे, दिनांक 23.04.2021 को सांसद द्वारा प्राप्त पत्र पर ही राशि देने एसईसीएल ने मानसिकता बना लिया था, सांसद को पत्र देता देख भला विधायक को कैसे हजम हो जाता, इसीलिए उन्होंने भी पत्र लिखा, अब जब एसईसीएल द्वारा 25 लाख देने की स्वीकृति मिल गई हैं तो ऐसे संकट समय में भी बिलासपुर विधायक राजनीतिक फायदा सोचते हुए खुद श्रेय लेने का प्रयास कर रहे, पर उन्हें मालूम होना चाहिए कि जनता समझदार है वो राजनीति और सेवाभाव बखूबी समझती हैं। विधायक शैलेश पांडेय ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने SECL प्रबंधन को पत्र लिखकर 25 लाख की मदद मांगी थी जिसकी स्वीकृति मिल गई हैं, इस प्रकार विधायक के श्रेय लेने की होड़ की क्षेत्र में जमकर आलोचना हो रही हैं, क्योंकि विधायक से एक दिन पहले सांसद ने पत्र लिख SECL से कोरोना के संबंध में आर्थिक सहयोग की मांग की थी।