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ट्रूडो ने दोहराए आरोप तो बिगड़े पन्नू के भी बोल, भारतीय उच्चायुक्त को कनाडा में बंदी बनाने की साजिश

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नई दिल्ली.

SFJ यानी प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू इस बार भारतीय उच्चायुक्त को निशाना बनाने की फिराक में है। खबर है कि उसने उच्चायुक्त संजय वर्मा के 'सिटिजन अरेस्ट' करने की अपील की है। इतना ही नहीं उसने ऐसा करने पर नकद इनाम देने का भी ऐलान किया है। इससे पहले वह एयर इंडिया के यात्रियों के लिए भी चेतावनी जारी कर चुका है।

जब कोई ऐसा आम व्यक्ति जो पुलिस में नहीं है या किसी कानूनी एजेंसी से नहीं है और वह किसी को गिरफ्तार करता है तो उसे सिटिजन अरेस्ट कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि पुराने समय में अधिकारी कानून तोड़ने वालों को पकड़ने के लिए इसके जरिए आम जनता की मदद लेते थे। न्यूज18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, पन्नू ने वर्मा को सिटिजन अरेस्ट करने की अपील की है। रिपोर्ट के मुताबिक, उसने वर्मा पर एयर इंडिया के धमकी मामले को हौवा बनाने के आरोप लगाए हैं। उसने आरोप लगाए कि वर्मा खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की जांच से ध्यान भटकाने के लिए एयर इंडिया को धमकी का हौवा बना रहे हैं। उसने कहा, 'निज्जर की हत्या में भारतीय उच्चायुक्त की भूमिका की कनाडा में जांच को भटकाने के लिए वर्मा झूठा प्रोपेगैंडा फैला रहा हैं। जहां वह बॉयकॉट एयर इंडिया की तुलना आतंकी धमकी से कर रहे हैं।' रिपोर्ट के अनुसार, उसने कहा, 'क्रिमिनल कोड ऑफ कनाडा की धारा 139 के तहत वर्मा की तरफ से चलाया जा रहा अभियान न्याय की प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है। यह कनाडाई कानून के तहत अपराध है।'

भारत के साथ झगड़ा नहीं चाहता कनाडा!
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि भारत के साथ कनाडा कोई 'झगड़ा' नहीं चाहता है, बल्कि इसके साथ बहुत गंभीर मामले पर 'रचनात्मक तरीके से काम करना' चाहता है। ट्रूडो ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में भारत पर वियना संधि को तोड़ने का आरोप लगाया, क्योंकि नई दिल्ली ने 40 से ज्यादा कनाडा के राजनयिकों की राजनयिक छूट वापस लेने की धमकी थी, जिसके बाद कनाडा को उन्हें भारत से वापस बुलाना पड़ा था।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सभी साझेदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे, जबकि कानून प्रवर्तन और जांच एजेंसियां अपना काम करती रहेंगी। कनाडा एक ऐसा देश है जो कानून के शासन के लिए सदैव खड़ा होगा, क्योंकि अगर ताकत फिर से सही होने लगी, अगर बड़े देश बिना किसी जवाबदेही के अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर सकते हैं, तो पूरी दुनिया सभी के लिए और अधिक खतरनाक हो जाएगी।' प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कहा कि कनाडा इस 'अत्यंत गंभीर मामले' पर भारत के साथ 'रचनात्मक रूप से काम' करना चाहता है।

उन्होंने कहा, 'शुरू से ही, हमने उन वास्तविक आरोपों को साझा किया है, जिनके बारे में हम काफी चिंतित हैं, लेकिन हमने इसकी तह तक जाने के लिए, इसे गंभीरता से लेने के वास्ते भारत सरकार और दुनिया भर के साझेदारों से संपर्क किया है। इसीलिए जब भारत ने वियना संधि का उल्लंघन किया और भारत में 40 से अधिक कनाडाई राजनयिकों की राजनयिक छूट को मनमाने ढंग से रद्द कर दिया तो हम बहुत निराश हुए।' उन्होंने दोहराया, 'यह मानने के गंभीर कारण हैं कि निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट शामिल हो सकते हैं।'