नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को बड़ा झटका लगा है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने संजय सिंह को 24 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट के फैसले से स्पष्ट हो गया है कि अब संजय सिंह की दिवाली जेल में ही मानेगी। हालांकि इस दौरान संजय सिंह को कोर्ट ने विकास कार्यो संबंधी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी है।
10 नवंबर यानि आज संजय सिंह की न्यायिक हिरासत पूरी हो रही थी। इस दौरान उन्हें स्पेशल जज एमके नागपाल की कोर्ट में पेश किया गया। अदालत से निकलते वक्त संजय सिंह ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को फंसाने की बहुत बड़ी साजिश की गई है। ये लोग केजरीवाल की सिर्फ गिरफ्तारी ही नहीं बल्कि उनके साथ बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकते हैं।
इसके साथ ही कोर्ट ने संजय सिंह को एक केस में पंजाब ले जाने की इजाजत दी है। संजय सिंह के खिलाफ मानहानि का एक केस है और इसको लेकर उन्हें अमृतसर कोर्ट में पेश किया जाना है। इसी सिलसिले में अब संजय सिंह को अमृतसर ले जाया जाएगा।
इससे पहले संजय सिंह को कोर्ट ने 10 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा था। उन्हें 27 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया गया था और कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी। संजय सिंह को 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनकी गिरफ्तारी से पहले 10 घंटे तक उनसे पूछताछ की थी और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जमानत को लेकर संजय सिंह सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे हैं लेकिन अभी तक उन्हें राहत नहीं मिली है। वहीं उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को हाईकोर्ट में भी चुनौती दी है।
संजय सिंह को ईडी ने 4 अक्टूबर को उनके आवास से गिरफ्तार किया था। उनके आवास पर छापेमारी और करीब 10 घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 8 दिन तक ईडी रिमांड पर रहने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। संजय सिंह ने अपनी गिरफ्तारी को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। जमानत के लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।
संजय सिंह को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। इसी केस में आम आमदी पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं। ईडी का दावा है कि विवादित शराब नीति में संजय सिंह की भी अहम भूमिका थी और उन तक रिश्वत की रकम पहुंची थी। हालांकि, दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्र सरकार पर झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है।