नयी दिल्ली
पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि केंद्र, दिल्ली सरकार और पड़ोसी राज्यों को शहर में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए आम सहमति से एक फार्मूला विकसित करना चाहिए और इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। समस्या से निपटने के लिए तत्काल उपाय करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है क्योंकि यह युवाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
नायडू ने यहां चुनिंदा पत्रकारों के एक समूह से कहा, “वायु प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली भारत की राजधानी है और इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि हालांकि यह मूल रूप से दिल्ली सरकार का कर्तव्य है, लेकिन यह केंद्र और राज्यों की भी जिम्मेदारी है कि वे एक साथ आएं और इस समस्या से निपटने के लिए एक समय-सीमा आधारित कार्यक्रम विकसित करें। नायडू ने कहा, “मैं केंद्र सरकार सहित सभी से समन्वय, सहयोग, मिलकर काम करने और इससे निपटने के लिए एक आम सहमति वाला फार्मूला विकसित करने की अपील करता हूं।”
उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि समस्या पर ध्यान दिया जाए।” प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना पर उन्होंने कहा, “हालांकि मैं चुनाव से पहले मुफ्त सुविधाओं के पक्ष में नहीं हूं, क्योंकि कई पार्टियां इस बात की परवाह किए बिना घोषणाएं करती हैं कि उनके पास इस खर्च को पूरा करने के लिए वित्तीय संसाधन हैं या नहीं। लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा गरीब तबकों के लिए मुफ्त खाद्यान्न देने की यह घोषणा एक स्वागत योग्य कदम है।” पूर्व उपराष्ट्रपति दिल्ली के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने पूर्व उपप्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात की और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।