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दिल्ली में आउट ऑफ कंट्रोल प्रदूषण ! पलूशन नापने में अब मशीन भी फेल

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नई दिल्ली

बाकि दुनिया का तो आइडिया नहीं लेकिन दिल्ली में फॉग नहीं स्मॉग चल रहा है। इन दिनों दिल्ली सदी के भयानक वायु प्रदूषण का सामना कर रही है। जहां भी देखो वहां बस धुंआ ही धुंआ है। ना आसमान दिखाई देता है ना रोशनी। दिल्ली NCR जो कोरोना के बाद थोड़ी राहत की सांस लेने लगा था फिर एक बार दमघोंटू हवा का सामना कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट और सरकार के लिए गए फैसलों के बाद भी दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर नहीं है। दिल्ली का AQI गंभीर श्रेणी में है।

वेदर एजेंसी aqicn.org के मुताबिक आनंद विहार का AQI 999 पहुंच गया। वहीं दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में वायु गुणवत्ता और भी खराब रही। CPCB की रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली का औसतन AQI 395 रहा। सोमवार की तुलना में ये काफी बेहतर रहा, सोमवार को AQI 421 रिकॉर्ड किया गया था। वायु प्रदूषण के भयानक असर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर को पंजाब, दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों में पराली को जलाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट की सिंगल जज बेंच को जस्टिस संजय किशन कौल ने हेड करते हुए कहा कि हमें नहीं पता कि आप ये सब कैसे करेंगे पर इसे रोकना होगा, चाहे जबरदस्ती या किसी नए तरीके से।

दिल्ली पर्यावरण मंत्री की फरियाद

सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ कर दिया कि पटाखों से जुड़े रेगुलेशन सिर्फ दिल्ली के लिए ही नहीं है बल्कि पूरे देश के लिए हैं। 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने बेरियम और बैन किए गए केमिकल्स से बने पटाखों पर बैन लगाया था। प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 13 से लेकर 20 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू करने के निर्देश दिए हैं। सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि दिल्ली के आस-पास के इलाकों जैसे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी बीते कुछ समय से भयानक पॉल्युशन देखने को मिल रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के प्रदूषण के पीछे हरियाणा और यूपी में जल रही पराली को कसूरवार ठहराया है। मंत्री ने कहा कि ये बेहद ही चिंता का विषय है कि कल ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण दिल्ली से ज्यादा रहा। केंद्र सरकार द्वारा ली गई मीटिंग्स को भूल जाइए उन्होंने तो लेटर तक का जवाब नहीं दिया। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने पत्र लिखकर केंद्र सरकार से प्रदूषण वाले वाहनों की एंट्री को दिल्ली में बैन करने की गुजारिश की थी। इसके अलावा केंद्र से सभी पर्यावरण मंत्रियों की एक बैठक करने के लिए भी कहा था।

आनंद विहार में AQI 999 तक गिरा

दिल्ली के आनंद विहार इलाके में 7 नवंबर की रात करीब 10 बजे AQI 999 चला गया. ये वायु गुणवत्ता की 'खतरनाक' कैटेगरी है. दिल्ली के साथ ही हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी वायु गुणवत्ता की हालत बेहद खराब है. NCR के इलाकों में 7 नवंबर को नोएडा में 348, ग्रेटर नोएडा में 439, गुरुग्राम में 364, गाजियाबाद में 338 और फरीदाबाद में 382 AQI दर्ज किया गया.

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ऑड-इवन सिस्टम भी शुरू किया गया है. इसके तहत अब एक दिन ऑड और दूसरे दिन इवन नंबर की गाड़ियां चलाई जाएंगी. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए सरकारों को डांट लगाई है. सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और राज्य सरकारों से कहा है कि पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए किसानों को मुफ्त में दूसरे साधन मुहैया कराएं.