बीजिंग
चीन दुनिया का सबसे बड़ा कर्ज वसूलने वाला देश बन गया है। चीन का भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, श्रीलंका समेत विकासशील देशों पर 1.1 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है। अमेरिकी शोध संस्था एडलैब की एक ताजा रिपोर्ट में चीन के इस कर्जजाल का खुलासा हुआ है। चीन के कुल कर्ज का 80 प्रतिशत ग्लोबल साऊथ के देशों पर लदा हुआ है। इसमें से 70 अरब डॉलर का कर्ज चीन ने केवल पाकिस्तान को दिया हुआ है जो डिफॉल्ट की कगार पर पहुंच गया है और उसने अमेरिका से लेकर सऊदी अरब तक से कर्ज की भीख मांगी है। यही हाल श्रीलंका का भी है जिसने चीनी ड्रैगन के आगे घुटने टेकते हुए कर्ज में राहत की गुहार लगाई है।
एडलैब की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 से ही चीन दुनिया का सबसे द्वीपक्षीय कर्जदाता देश बन चुका है। चीन के मुख्य विकास बैंक ने साल 2008 से लेकर 2021 के बीच में 500 अरब डॉलर का भारी भरकम कर्ज बांटा है। इसमें से काफी कर्ज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ड्रीम प्रॉजेक्ट बेल्ट एंड रोड का हिस्सा है। रिपोर्ट में पाया गया है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन अब अंतरराष्ट्रीय कर्ज वसूलने वाले देश की भूमिका में आ रहा है। चीन ने दुनिया में बीआरआई के तहत अरबों डॉलर के प्रॉजेक्ट शुरू किए जिसमें से ज्यादातर सफेद हाथी साबित हुए।
कर्ज बांटकर चीन को सता रहा बड़ा डर
अब चीन ने इस कर्ज को उन देशों से वसूलना शुरू कर दिया है। चीन ने केन्या में रेलवे प्रॉजेक्ट शुरू कराया तो कंबोडिया में पावर प्लांट, वहीं पाकिस्तान में सीपीईसी परियोजना। एडडेटा के शोधकर्ताओं ने पाया कि चीन ने साल 2000 से 2021 के बीच में कम आय वाले 165 देशों में 20,985 प्रॉजेक्ट शुरू किए और इसके लिए उसने ग्रांट और लोन के रूप में 1.34 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज बांट दिया। शोधकर्ताओं ने पाया कि चीनी लोन बहुत बढ़ता गया और कई प्रॉजेक्ट तो कैंसिल करने पड़े या फिर उनका काम रोकना पड़ा। अब ये देश चीन का कर्ज नहीं लौटा पा रहे हैं और ड्रैगन को इन देशों के डिफॉल्ट होने का खतरा सता रहा है।
चीन के कर्ज के दलदल में फंसा पाकिस्तान
इस साल जून में अफ्रीकी देश जांबिया ने चीन के साथ 6.3 अरब डॉलर के कर्ज के पुर्नगठन का समझौता किया। इसी तरह से चीन को श्रीलंका के कर्ज को भी रीस्ट्रक्चर करना पड़ा है। वहीं चीन को पाकिस्तान को डिफॉल्ट होने से बचाने के लिए अरबों डॉलर का नया कर्ज देना पड़ा है। चीन के इस कदम से पाकिस्तान कर्ज के और ज्यादा दलदल में फंस गया है। उसे चीन का कर्ज चुकाने के लिए आईएमएफ से गिड़गिड़ाना पड़ा है। आईएमएफ ने कर्ज देने से हाथ खींच लिए थे लेकिन अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद पाकिस्तान को कर्ज मिला है। पाकिस्तान ने कुल 68.9 अरब डॉलर के 161 लोन ले रखे हैं जो चीन के देशों के आधार पर लिए गए कर्ज की सूची में तीसरे नंबर पर है। पाकिस्तान से ऊपर रूस और वेनेजुएला है। पाकिस्तान को डिफॉल्ट से बचाने के लिए चीन ने 28 अरब डॉलर का कर्ज दिया जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।