Home मध्यप्रदेश 288 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक की जब्ती कार्रवाई

288 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक की जब्ती कार्रवाई

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भोपाल

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 की आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील होने के बाद से प्रदेश में एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा सक्रियतापूर्वक लगातार कार्रवाई की जा रही है। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से विधानसभा निर्वाचन 2023 संपन्न कराने के लिए गठित निगरानी दलों एफएसटी, एसएसटी और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अवैध शराब, मादक पदार्थ, नकद रुपये, अमूल्य धातु, सोना चांदी, ज्वेलरी सहित अन्य सामग्रियाँ जब्त की जा रही है।

संयुक्त टीमों द्वारा 9 अक्टूबर से 4 नवम्बर तक 288 करोड़ 38 लाख 95 हजार 49 रुपये की जब्ती की कार्रवाई की गई है। इसमें 31 करोड़ 82 लाख 65 हजार 813 रुपये की नकद राशि, 52 करोड़ 22 लाख 43 हजार 636 रुपये कीमत की 25 लाख 6 हजार 234 लीटर से अधिक अवैध शराब, 14 करोड़ 58 लाख 84 हजार 331 रुपये कीमत के मादक पदार्थ, 81 करोड़ 29 लाख 25 हजार 884 रुपये कीमत की अमूल्य धातु, सोना-चांदी, ज्वेलरी और 108 करोड़ 45 लाख 75 हजार 385 रुपये कीमत की अन्य सामग्रियां जब्त की गई है।

प्रदेश में वर्ष 2018 के विधानसभा निर्वाचन में (6 अक्टूबर से 28 नवंबर के बीच) आदर्श आचरण संहिता के दौरान 72 करोड़ 93 लाख रुपये की एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा कार्रवाई की गई थी, जबकि इस वर्ष 2023 के विधानसभा निर्वाचन (9 अक्टूबर से 4 नवम्बर के बीच) में 288 करोड़ 38 लाख रुपये से अधिक की जब्ती की कार्रवाई की गई है।

मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 में आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की अब तक 7 हजार 673 शिकायतें प्राप्त हुई है। ये सभी शिकायतें सी-विजिल ऐप के माध्यम से मिली है और इन सभी शिकायतों का त्वरित निराकरण किया गया है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए 9 अक्टूबर से आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हुई है। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की जानकारी त्वरित मिल सके, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सी-विजिल ऐप तैयार किया गया है। यह ऐप आदर्श आचरण संहिता के लागू होते ही सक्रिय है। इस ऐप के माध्यम से कोई भी नागरिक आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की किसी भी तरह की शिकायत फोटो अथवा वीडियो के माध्यम से कर सकता है। शिकायत प्राप्त होते ही संबंधित अधिकारियों द्वारा इनका त्वरित निराकरण किया जा रहा है। राजन ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर जाकर कोई भी नागरिक अपने एंड्रॉयड मोबाइल पर इस ऐप को डाउनलोड कर सकता है।