गाजा सिटी.
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक 11000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इसी बीच शनिवार को इजारयली सेना ने गाजा में एक शरणार्थी शिविर पर हमला कर दिया जिसमें कम से कम 30 लोग मारे गए। इसके अलावा हमास का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल पर भी अटैक किया गया जिसमें एक दर्जन की जान चली गई। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब तक गाजा में 9480 लोग मारे गए हैं जिसमें लगभग आधे बच्चे हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल कुद्रा ने कहा, अल अक्सा शहीद अस्पताल में 30 ज्यादा शवों का लाया गया था। सेंट्रल गाजा पट्टी के पास में अल मगाजी कैंप पर यह हमला किया गया। वहीं हमास ने भी टेलीग्राम पर कहा है कि इजरायल आम लोगों के घरों को निशाना बना रहा है। इसके अलावा मरने वालों में सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं हैं। एक 37 साल के पत्रकार ने कहा, मेरा घर कैंप के पास में ही था। एयरस्ट्राइक के बाद मेरा घर भी गिर गया है। एक अन्य ने एएफपी से कहा, इजरायल के हमले में 13 साल और 4 साल के दो बेट मारे गए। इसके अलावा उनके भाई, भाई की पत्नी और दो अन्य बच्चे बुरी तरह घायल हो गए हैं। वहीं इजरायली सेना के प्रवक्ता का कहना है कि अभी यह देखा जा रहा हैकि उस इलाके में इजरायल की सेना गई भी थी या नहीं। इजरायल का कहना है कि गाजा के आतंकी संगठन भी कई बार चूक की वजह से या जानबूझकर अपने नागरिकों को निशाना बना देते हैं।
अमेरिका पर दबाव बना रहे अरब देश
गाजा में सीजफायर के लिए अब अरब देश अमेरिका पर दबाव बना रहे हैं। इजरायल, गाजा के बाद जॉर्डन पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पर जॉर्डन और एजिप्ट दोनों ने ही प्रेशर बनाने की कोशिश की कि वह इजरायल की तरफ से हो रहे हमले बंद करवाए। वहीं इजरायल ने कसम खा ली है कि वह हमास को पूरी तरह खत्म कर देगा। हालांकि गाजा में हमास को खत्म करने के आगे सुरंगें बहुत बड़ी चुनौती है। हमास के लड़ाकों ने महीनों का राशन और गोला बारूद इन सुरंगों में जमा कर रखा है। इसके अलावा वे अचानक निकलकर इजरायल के सैनिकों पर हमला कर देते हैं।