जगदलपुर।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज जगदलपुर के लालबाग मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि यदि 05 साल के अंदर किसी उद्योगपति ने अपना काम चालू नहीं किया तो उसकी जमीन वापस करने का वादा किया था, और उस वादे को कांग्रेस ने पूरा करते हुए अडानी के प्रोजेक्ट को कांग्रेस ने निरस्त करके दिखाया, आदिवासियों ने कहा कि यहां हमें उद्योग नहीं चाहिए, तभी हमने नरेंद्र मोदी के मित्र अडानी का प्रोजेक्ट रद्द कर दिया। क्योंकि आप वनवासी नहीं आदिवासी हैं इसलिए आपका हक आपको मिलना चाहिए। पहले नरेंद्र मोदी आदिवासी को वनवासी कहते थे, लेकिन अब उनके मुंह से वनवासी नहीं निकलता, लेकिन सोच वनवासी की है। भाजपा के नेता डरते हैं कि कही आदिवासी अंग्रेजी ना बोलने लगे इसलिए भाजपा हिंदी पढ़ो कहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा नेता आदिवासी को वनवासी कहते हैं, यह आदिवासियों का अपमान है। राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश में अपने देखा होगा कि भाजपा नेता एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करता है और फिर उस वीडियो को वायरल करते हैं। ये आदिवासियों को दिखाते है कि उनकी जगह कहा होनी चाहिए, इसलिए वे आदिवासी को वनवासी कहते हैं, उन्होंने कहा कि आदिवासी शब्द के अंदर इस शब्द की गहराई में एक सच्चाई छुपी हुई है। आदिवासी का मतलब इस देश के पहले हकदार हैं, इस देश की जमीन इस देश का जंगल आप का हुआ करता था, ये जमीन ये जंगल आदिवासी से भाजपा ने ले लिया, यही वजह है कि आदिवासी नहीं कहते, अगर कहेंगे तो उनकी जमीन और जंगल वापस करनी होगी। वनवासी शब्द आदिवासी का अपमान है, इसे कांग्रेस पार्टी कभी स्वीकार नहीं कर सकती।
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि इस देश में सिर्फ एक जात है वो है गरीब, इस देश में ना दलित है ना आदिवासी है, आप अपने आप को ओबीसी क्यों कहते हो, जो आपकी सोच है वो आदिवासियों के लिए अपनी सोच बदलिए। आपने कहा था हर अकाउंट में 15 लाख डालूंगा, किसी को क्या मिला। नरेंद्र मोदी ने कहा था नोटबंदी से काला धन मिलेगा, नोटबंदी से किसको फायदा मिला, जीएसटी से किसी को फायदा नहीं मिला। मैं पिछले चुनाव में आया था और वादा किया था धान का 2500 मिलेगा, सबको मिला, 2500 का वादा था, लेकिन अब 2640 मिल रहा है। आपके बिना कहे हमने धान की कीमत बढ़ा दिया। आने वाले समय में धान का मूल्य बढ़ता जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसानों का कर्ज माफ नहीं होगी, मैंने पहली मीटिंग में कहा कर्जा माफ होगा। जब मैं किसानों के पास जाता हूं और पूछता हूं कि आपका कर्ज माफ हुआ तो कहते हैं जो हम नहीं सोचे थे वह हुआ। राहुल गांधी ने कहा, मजदूर और किसान को जो हम पैसा दे रहे हैं वह इसे अपने गांव में खर्च करता है, जिससे फायदा छोटे दुकानदार को होता है। नरेंद्र मोदी जी क्या कहते हैं अडानी को जमीन दो, अडानी आपकी जमीन ले लेते हैं, क्या वो पैसा गांव में खर्च होता है, वो पैसा देश के बाहर चुनाव में खर्च किया जाता है।
राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी मांग बैंक की है, अब आप बैंक की मांग क्यों कर रहे हैं, क्योंकि हमने किसानों, ग्रामीणों के जेब में पैसा डाले हैं, इसलिए बैंक की मांग कर रहे हैं। हमने वादा किया था कर्ज मांफ करके दिखाएंगे, हम वहीं नहीं रुके 23 हजार करोड़ रुपये किसानों के अकाउंट में डालकर दिखा दिया। नरेंद्र मोदी आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन छीनते हैं, हममें और उनमें यही फर्क है। हमने जगदलपुर के लिए काफी काम किए, जो स्कूल बंद थे उन्हें खोले हैं, आत्मानंद स्कूल खोले हैं। उन्होने कहा कि अंग्रेजी की हर जगह जरूरत है, गूगल सर्च से लेकर बिजनेस तक अंग्रेजी की जरूरत है। भाजपा के नेता डरते हैं कि कही आदिवासी अंग्रेजी ना बोलने लगे इसलिए भाजपा हिंदी पढ़ो कहते हैं। इसलिए भाजपा आदिवासी को वनवासी कहते हैं, लेकिन हमने स्वामी आत्मानंद में अंग्रेजी पढ के लिए खोला है, ताकि आदिवासी के बच्चे अंग्रेजी सीखे।
राहुल गांधी ने कहा कि सारे के सारे भाजपा नेता के बच्चे अंग्रेजी मीडियम में पढ़ते हैं, वो चाहते हैं कि आदिवासी अंग्रेजी न सीखे, अगर सिख गए तो वो पायलट बनेंगे, अलग-अलग काम करेंगे, वनवासी शब्द को कांग्रेस मिटाकर रहेगी, भाजपा की हिम्मत नहीं होगी वनवासी कहने की। हम आदिवासी के साथ खड़े हैं.,आपकी जमीन छीनने नही देंगे, आखरी में राहुल गांधी ने कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।