नई दिल्ली.
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार सुबह तक दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के परिसर खंगालने के बाद शाम को एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने आनंद पर हवाला के जरिये पैसे चीन भेजने और आयात पर सात करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी का आरोप लगाया है। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इसी मामले में यह छापे मारे गए थे।
केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि उसने सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की विभिन्न धाराओं में अपराध के लिए डीआरआई की शिकायत के आधार पर आनंद और उनसे जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ जांच शुरू की है। यह भी बताया गया कि एक स्थानीय अदालत ने 11 अगस्त को अपराध का संज्ञान लिया था।
74 लाख नकदी और दस्तावेज जब्त
ईडी ने दावा किया कि उसने तलाशी अभियान के दौरान 74 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। इसके अलावा अन्य दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड के साथ मंत्री राजकुमार आनंद के कर्मचारियों से 2023 के दौरान चीन भेजे गए बेहिसाब व्यापारिक निवेश और हवाला भुगतान से संबंधित सबूत भी जब्त किए गए हैं।
23 घंटे तक चले ईडी के छापे, मंत्री बोले- साजिश
दिल्ली के सामाजिक कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद के परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों की कार्रवाई शुक्रवार तड़के पूरी हो गई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 23 घंटे तक छापों और पूछताछ के बाद आनंद ने आरोप लगाया कि यह सब आम आदमी पार्टी नेताओं को परेशान करने की एक साजिश है। केजरीवाल सरकार में मंत्री आनंद और उनसे जुड़े कुछ अन्य लोगों के खिलाफ ईडी का तलाशी अभियान बृहस्पतिवार को सुबह करीब 7:30 बजे शुरू हुआ था और शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे तक चला। सिविल लाइंस इलाके स्थित आवास से ईडी अधिकारियों के जाने के बाद आनंद ने कहा, हमें पिछले 24 घंटों से बेवजह परेशान किया रहा था। जबकि ईडी को उनके परिसर से कुछ नहीं मिला है। उधर, आतिशी ने श्रम मंत्री राजकुमार के घर ईडी के छापे पर कहा कि उन्होंने दो दिन पहले केजरीवाल को ईडी का समन आने के मामले को एक शुरुआत करार दिया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि अभी आप के अन्य नेताओं को समन किया जाएगा।