भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए प्रदेश में 2 हजार 533 अभ्यर्थी निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेंगे। इसमें मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों, गैर मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों एवं निर्दलीय (स्वतंत्र) उम्मीदवार शामिल है। प्रदेश में 2280 पुरूष अभ्यर्थी, 252 महिला अभ्यर्थी और एक थर्ड जेंडर अभ्यर्थी निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल होंगे।
जिलों में मशीनों की एफएलसी और द्वितीय रेंडमाइजेशन की कार्यवाही की जाएगी। यह कार्यवाही रिटर्निंग अधिकारी एवं निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की उपस्थिति में होगी।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए 21 अक्टूबर से नाम निर्देशन पत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। 30 अक्टूबर तक नाम निर्देशन पत्र जमा किए गए थे। 31 अक्टूबर को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की गई थी। 2 नवंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी। 17 नंवबर को पूरे प्रदेश में एक ही चरण में मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी तथा 3 दिसंबर को मतगणना होगी।
निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की सूची
गैर-एल्कोहल फेटी लीवर रोग के प्रबंधन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आज शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले बैच में प्रदेश के 120 आपातकालीन चिकित्सा अधिकारियों और आईसीयू चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण में शामिल किया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में गैर-एल्कोहल फेटी लीवर रोग की रोकथाम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यशाला में शरीर रचना विज्ञान, पैथोफिजियोलॉजी और फेटी लीवर रोग की रोकथाम, प्रबंधन एवं नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई। चिकित्सा अधिकारियों के बीच ज्ञान और कौशल को बढ़ाने और पूरे प्रदेश में फेटी लीवर बीमारी से निपटने के उद्देश्य से एनएचएम और पब्लिक हेल्थ फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया द्वारा संयुक्त प्रयास किया गया है।
बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा पहली बार मध्यप्रदेश राज्य से ही गैर-एल्कोहल फेटी लीवर के लिये मानक उपचार कार्यक्रम का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ हुआ है। पब्लिक हेल्थ फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया के सहयोग से इस प्रशिक्षण को अपनाने और शुरू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। प्रशिक्षण कार्यशाला में स्वास्थ्य आयुक्त-सह-सचिव डॉ. सुदाम खाड़े, एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।