नई दिल्ली
रेमंड ग्रुप ने बड़ा ऐलान किया है। रेमंड ग्रुप ने शुक्रवार को एयरोस्पेस, डिफेंस और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) कंपोनेंट्स बिजनेस में उतरने की घोषणा की है। रेमंड ग्रुप, मैनी प्रिसिजन प्रॉडक्ट्स लिमिटेड (MPPL) में 682 करोड़ रुपये में 59.25 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदकर इन बिजनेस में एंट्री कर रहा है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। इस खबर के सामने आने के बाद रेमंड लिमिटेड के शेयर 3 पर्सेंट से ज्यादा की तेजी के साथ 1872 रुपये पर पहुंच गए हैं।
चालू वित्त वर्ष में पूरी हो जाएगी यह डील
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि रेमंड को उम्मीद है कि यह ट्रांजैक्शन मौजूदा वित्त वर्ष में पूरा हो जाएगा। इस अधिग्रहण को कर्ज और आंतरिक स्रोतों के जरिए पूरा किया जाएगा। कंपनी ने कहा है कि इस अधिग्रहण के बाद भी ग्रुप नेट कैश पॉजिटिव रहेगा। रेमंड का मानना है कि यह अधिग्रहण उसके मौजूदा इंजीनियरिंग बिजनेस को मजबूत करेगा। कंसॉलिडेटेड बिजनेस एयरोस्पेस, डिफेंस, ऑटो और इंडस्ट्रियल बिजनेस में टॉप ग्लोबल ओईएम और टियर 1 मैन्युफैक्चरर्स की जरूरतों को पूरा करेगा। रेमंड ने बताया है कि इस अधिग्रहण से 3-4 साल में 400-500 करोड़ रुपये का इबिट्डा देखने को मिल सकता है।
नई सब्सिडियरी बनाने की तैयारी
रेमंड लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम हरि सिंघानिया ने कहा है, 'यह अधिग्रहण हमारे इंजीनियरिंग बिजनेस की ग्रोथ को और मजबूत करेगा। साथ ही, इससे एयरोस्पेस, डिफेंस और इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स जैसे तेजी से बढ़ते सेगमेंट्स में उतरने की राह खुलेगी।' रेमंड का MPPL का अधिग्रहण जेके फाइल्स एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड की इकाई रिंग प्लस एक्वा लिमिटेड के जरिए होगा। नई सब्सिडियरी (सहायक कंपनी) बनाने के लिए रेमंड ग्रुप जेके फाइल्स, आरपीएएल (RPAL) और MPPL बिजनेस को कंसॉलिडेट करेगा। नई सब्सिडियरी में रेमंड की हिस्सेदारी 66.3 पर्सेंट होगी। नई इकाई प्रिसिजन इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट्स पर फोकस करेगी।