इजरायल
इजरायल ने गाजा पट्टी को पूरी तरह से घेर लिया है और कभी भी जमीनी हमले शुरू हो सकते हैं। इस बीच अमेरिका युद्ध को रुकवाने में जुटा है और उसके विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक बार फिर इजरायल पहुंच गए हैं। वह एक महीने के अंदर दूसरी बार इजरायल पहुंचे हैं। खबर है कि वह बेंजामिन नेतन्याहू से मिलेंगे और उन्हें फिलिस्तीन के लिए मदद की सप्लाई न रोकने के लिए राजी करेंगे। गाजा प्रशासन का कहना है कि अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री का यह दौरा अहम है क्योंकि अमेरिका एक तरफ इजरायल के साथ है तो वहीं उससे संभलकर ऐक्शन लेने की अपील भी कर रहा है। सऊदी अरब, तुर्की, जॉर्डन, मिस्र और सीरिया जैसे देशों ने अमेरिका पर भी दबाव डाला है और युद्ध रुकवाने की अपील की है। ऐसे में अमेरिका नहीं चाहता है कि वह अरब में अपने दोस्तों को खोए। ऐसी स्थिति में वह इजरायल का समर्थन करते हुए भी जंग को ज्यादा बढ़ाना नहीं चाहता। माना जा रहा है कि बीच का रास्ता निकालने के लिए ही एंटनी ब्लिंकन इजरायल पहुंचे हैं।
वहीं नेतन्याहू ने कहा, 'हम युद्ध में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। हमने अब तक बड़ी सफलता पाई है और गाजा के बाहरी हिस्से को हम पार कर गए हैं। हम आगे बढ़ रहे हैं।' ब्लिंकन इजरायल के अलावा कुछ और देशों का भी दौरा करेंगे। वॉशिंगटन से निकलने से पहले उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि गाजा को मदद मिलती रहे। दरअसल गाजा में अब तक करीब 9000 लोग मारे जा चुके हैं तो वहीं बड़े हिस्से में बिजली, पानी की सप्लाई तक बंद है। लोगों को जरूरी दवाओं तक के लिए तरसना पड़ रहा है।
सीजफायर पर अमेरिका भी राजी नहीं, पर मान रहा एक बात
इसी के चलते इजरायल से कई देशों ने अपील की है कि वह युद्ध विराम कर दे। हालांकि पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इससे इनकार किया है और उनका कहना है कि युद्ध विराम करना तो हमास के आगे सरेंडर करने जैसा होगा। सीजफायर की बात से तो अमेरिका ने भी इनकार किया है, लेकिन फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता जारी रखने की अपील जरूर की है। इसी के लिए इजरायल को राजी करने के लिए ब्लिंकन तेल अवीव पहुंचे हैं।