Home विदेश चाइना का काल है US का नया न्‍यूक्लियर ग्रेवेटी बम, ड्रैगन सेना...

चाइना का काल है US का नया न्‍यूक्लियर ग्रेवेटी बम, ड्रैगन सेना को कर देगा तबाह, जानें ताकत

116
0

वॉशिंगटन

ताइवान, फिलीपींस और जापान को लेकर चीन के साथ बढ़ते टकराव के बीच अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने वैज्ञानिकों को नई पीढ़ी के परमाणु बम को व‍िकसित करने का आदेश दिया है। अमेरिका का यह न्‍यूक्लियर ग्रेव‍िटी बम B61-13 हवा के जरिए गिराया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इस परमाणु बम को अमेरिका वर्तमान समय में मौजूद एटम बमों को अपग्रेड करके बनाने जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका ने चीन और रूस से बढ़ते खतरे को देखते हुए इस परमाणु बम को व‍िकसित करने का फैसला किया है। यह परमाणु बम चीन के उन ठिकानों को भी तबाह कर सकता है जो कठोर ढांचों या पहाड़ों के नीचे बनाए गए हैं।
 

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में अपनी परमाणु रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया है कि देश के पास ऐसे व‍िकल्‍प होने चाहिए जिसके जरिए 'कठोर और व‍िशाल सैन्‍य इलाके को निशाना बनाया जा सके। माना जा रहा है कि इसी को देखते हुए अमेरिका न्‍यूक्लियर ग्रेव‍िटी बम B61-13 बनाने की सोच रहा है। एशिया टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक B61-13 को लेकर जारी बयान में अमेरिका के उप रक्षा मंत्री जॉन प्‍लंब ने कहा कि अमेरिका की यह जिम्‍मेदारी है कि वह आकलन करे और ऐसी क्षमता को व‍िकसित करे जिसके जरिए व‍िश्‍वसनीय तरीके से प्रत‍िरोधक क्षमता पैदा की जा सके।
 

परमाणु प्रलय ला सकता है चीन का नया एटम बम

जॉन ने कहा कि अगर जरूरी हो तो अमेरिका को रणनीतिक हमला करना चाहिए और अपने सहयोगी देशों को सुरक्षा का आश्‍वासन देना चाहिए। ब्रेकिंग डिफेंस की रिपोर्ट के मुताबिक B61-13 परमाणु बम के अंदर 360 किलोटन की महाव‍िनाशक क्षमता होगी जो उसके पूर्ववर्ती B61-12 की तुलना में बहुत ही ज्‍यादा है। हालांकि सुरक्षा, सेफ्टी और सटीकता के मामले में यह नया परमाणु बम B61-12 की तरह से ही होगा। अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिक हांस क्रिस्‍टेंशन ने कहा कि अमेरिका संभवत: केवल 50 B61-13 परमाणु बम ही बनाएगा। यही नहीं इन नए परमाणु बमों का उत्‍पादन साल 2025 में शुरू होगा।

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका इस नए परमाणु बम के बाद अपने पुराने पड़ चुके B83 परमाणु बम को हटा देगा जिसको बनाए रखने में काफी खर्च आ रहा है। इस नए न्‍यूक्लियर ग्रेवेटी बम का इस्‍तेमाल एफ-35, एफ-15, एफ-16 और बी-2 व‍िमानों के जरिए किया जा सकेगा। अमेरिका ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब चीन बहुत तेजी से अपनी परमाणु ताकत को बढ़ा रहा है। इसकी वजह से अब अमेरिका को अपनी परमाणु प्रतिरोधक क्षमता पर फ‍िर से व‍िचार करना पड़ रहा है। इसमें कहा गया है कि चीन कम से कम 1000 परमाणु बम बनाने जा रहा है।

 

चीन से निपटने के लिए अमेरिका ने कसी कमर

चीन इतने ज्‍यादा परमाणु बम बनाकर अमेरिका के खिलाफ आक्रामक रुख अपना सकता है। इसमें प्रशांस महासागर में मौजूद अमेरिका के सहयोगी देशों के साथ सैन्‍य टकराव भी शामिल है। यही नहीं रूस के आधुनिक परमाणु हथियार भी अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के अस्तित्‍व के लिए खतरा बन सकते हैं। अमेरिका का यह नया परमाणु बम छोटा होगा लेकिन महाव‍िनाश लाने में पूरी तरह से सक्षम होगा। चीन बड़े पैमाने पर जमीन के अंदर मिसाइल साइलो बना रहा है जिसे यह बम तबाह करने की ताकत रखेगा।