रायपुर
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष व नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने भारतीय बौद्ध महासभा द्वारा 67वें धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर आयोजित सभा में सामाजिक अंधविश्वास एवम उसका निर्मूलन विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि विज्ञान की शिक्षा, एवं प्रौद्योगिकी के कारण देश में वैज्ञानिक उपलब्धियां बढ़ रही हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में भी तकनीक का प्रभाव बढ़ है ऑन लाइन, पढ़ाई,इंटरनेट से वर्क फ्रॉम होम का भी चलन कोरोना काल से पर्याप्त विकसित हुआ है पर उसके बाद भी देश में अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों के कारण अक्सर अनेक निर्दोष लोगों को प्रताडना का शिकार होना पड़ता है,जिससे निदान के लिए आम जन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास की अत्यंत आवश्यकता है।विज्ञान पढ़ें, तर्क करें,समझें, और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाये।
डॉ. मिश्र ने कहा कि चर्चा, तर्क और विश्लेषण वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए जरूरी है.वैज्ञानिक दृष्टिकोण का सम्बंध तर्कशीलता से है, वैज्ञानिक दृष्टिकोण हमारे अंदर अन्वेषण की प्रवृत्ति विकसित करता है,तथा विवेकपूर्ण निर्णय लेने में सहायता करता है, इस लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास हमारे संविधान का महत्वपूर्ण अंश है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार वही तथ्य ग्रहण करने योग्य हैजो प्रयोग और परिणाम से सिद्ध की जा सके। गौतम बुद्ध ने भी कहा है किसी भी सुनी सुनाई बात पर भरोसा मत करो, अवलोकन करो, परीक्षण करो,जब सही लगे तब उसे मानो।