Home खेल जीत का ‘पंजा’ लगाने उतरेंगे भारत और न्यूजीलैंड, हार्दिक पांड्या की खलेगी...

जीत का ‘पंजा’ लगाने उतरेंगे भारत और न्यूजीलैंड, हार्दिक पांड्या की खलेगी कमी

20
0

धर्मशाला.
लगातार चार जीत के साथ विजय रथ पर सवार मेजबान भारत और गत उप विजेता न्यूजीलैंड, अंक तालिका में शीर्ष पर चल रही दो टीमों की जंग में, रविवार को यहां जीत के 'पंजे' के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाने का दावा मजबूत करने के इरादे से उतरेंगे। भारत और न्यूजीलैंड दोनों ने अब तक अपने चारों मुकाबले जीते हैं और दोनों टीमों के समान आठ अंक हैं। न्यूजीलैंड की टीम हालांकि बेहतर नेट रन रेट के कारण शीर्ष पर चल रही है जबकि भारत दूसरे स्थान पर है। दोनों टीमों के बीच होने वाले मुकाबले का विजेता लगातार पांचवीं जीत के साथ सेमीफाइनल का अपना दावा मजबूत करेगा।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहद खराब शुरुआत के बावजूद छह विकेट की जीत के साथ टूर्नामेंट में अपने अभियान का आगाज किया। रोहित शर्मा की टीम ने इसके बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ क्रमश: आठ, सात और सात विकेट से आसान जीत दर्ज की। टीम ने अपने चारों मुकाबले लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हैं और टूर्नामेंट में अब तक उसने निचले मध्यक्रम और निचले क्रम की परीक्षा नहीं हुई है।

दूसरी तरफ न्यूजीलैंड ने अपने शुरुआती मैच में इंग्लैंड को नौ विकेट से रौंदने के बाद नीदरलैंड को 99 रन से हराया। टीम ने अपने अगले दो मुकाबलों में बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ भी क्रमश: आठ विकेट और 149 रन की आसान जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले भारत की सबसे बड़ी चिंता चोटिल ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की गैरमौजूदगी में टीम का संतुलन तलाशना होगी।

पांड्या बांग्लादेश के खिलाफ भारत के पिछले मैच में गेंदबाजी के दौरान क्षेत्ररक्षण करते हुए अपना दायां टखना चोटिल करा बैठे थे और मैच में सिर्फ तीन गेंद कर पाए। वह टीम के साथ धर्मशाला भी नहीं आए हैं। पांड्या की गैरमौजूदगी में यह तो तय है कि भारत को गेंदबाजी या फिर बल्लेबाजी विभाग में समझौता करना पड़ेगा। टीम के सामने यक्ष प्रश्न यह है कि वह पंड्या की जगह इशान किशन और सूर्यकुमार यादव में से एक को चुनकर बल्लेबाजी को मजबूत करे या फिर रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी में से किसी को खिलाकर गेंदबाजी आक्रमण में विविधता लाए। भारत अगर इशान या सूर्यकुमार को खिलाता है तो उसके पास गेंदबाजी में सिर्फ पांच विकल्प रह जाएंगे और ऐसी स्थिति में शारदुल ठाकुर को भी अपने कोटे के 10 ओवर पूरे करने होंगे।

इसके विपरीत मेजबान टीम अगर अश्विन या शमी को खिलाकर गेंदबाजी को मजबूत करती है तो बल्लेबाजी क्रम कमजोर होगा और रविंद्र जडेजा को छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरना होगा। पांड्या के विकल्प का चयन करते समय भारत को यहां हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ मैदान पर पड़ने वाली ओस को भी ध्यान में रखना होगा। भारत अगर एक विशेषज्ञ बल्लेबाज और एक विशेषज्ञ गेंदबाज को खिलाने का फैसला करना है तो फिर शारदुल को बारह बैठना पड़ सकता है।

रोहित की अगुवाई में भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। रोहित चार मैच में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 265 रन बनाकर टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं जबकि कोहली 129 के औसत से 259 रन के साथ इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। कोहली ने अब तक एक शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं।

उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में नाबाद 103 रन बनाए थे और इस लय को जारी रखना चाहेंगे। लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर ने भी मध्यक्रम में उपयोगी पारियां खेली हैं। राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विषम परिस्थितियों में नाबाद 97 रन की पारी खेलकर भारत की जीत सुनिश्चित की थी जबकि अय्यर ने भी एक अर्धशतक बनाया है। डेंगू के कारण शुरुआती दो मैच से बाहर रहने वाले सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल भी दो मैच में एक अर्धशतक जड़ चुके हैं जबकि इशान ने उनकी गौरमौजूदगी में दो मुकाबलों में एक अच्छी पारी खेली है।

गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह भारतीय आक्रमण की अगुवाई कर रहे हैं। वह चार मैच में 10 विकेट के साथ टूर्नामेंट के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। उन्हें जडेजा (चार मैच में सात विकेट) और कुलदीप यादव (चार मैच में छह विकेट) की बाएं हाथ की स्पिन जोड़ी का अच्छा साथ मिला है लेकिन मोहम्मद सिराज (चार मैच में पांच विकेट) और शारदुल (तीन मैच में दो विकेट) महंगे साबित हुए हैं। पांड्या ने रन लुटाने के बावजूद चार मैच में पांच विकेट चटकाकर ऑलराउंडर के रूप में अपनी उपयोगिता साबित की है और टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी कमी खलेगी।

न्यूजीलैंड की टीम भी लगातार दूसरे मैच में नियमित कप्तान केन विलियमसन के बिना उतरेगी। विलियमसन के अंगूठे में शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ जीत के दौरान फ्रेक्चर हो गया था जिसके कारण उन्हें 78 रन बनाने के बाद रिटायर्ड हर्ट होकर लौटना पड़ा। आईपीएल के दौरान मई में लगी चोट के बाद विलियमसन का यह पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था।

न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूत है। टीम के लिए डेवोन कॉनवे (249 रन) और रचिन रविंद्र (215 रन) ने शीर्ष क्रम में प्रभावी बल्लेबाजी की है। दोनों ने गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में नाबाद शतक जड़े थे। कप्तान टॉम लैथम, विल यंग, ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिशेल ने भी उपयोगी पारियां खेली हैं। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का भी अब तक टूर्नामेंट में दबदबा रहा है। बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर चार मैच में 11 विकेट के साथ टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं जबकि तेज गेंदबाज मैट हेनरी चार मैच में नौ विकेट चटका चुके हैं। लॉकी फर्ग्युसन (तीन मैच में छह विकेट) और ट्रेंट बोल्ट (चार मैच में पांच विकेट) की तेज गेंदबाजी जोड़ी बल्लेबाजों को परेशान करने में सफल रही है जबकि रविंद्र और मिशेल ऑलराउंडर की भूमिका में खरे उतरे हैं।

टीम इस प्रकार हैं:
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल, रविंद्र जडेजा, शारदुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन, इशान किशन और सूर्यकुमार यादव।

न्यूजीलैंड: टॉम लैथम (कप्तान), डेवोन कॉनवे, विल यंग, मार्क चैपमैन, डेरिल मिशेल, जेम्स नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, रचिन रविंद्र, मिशेल सेंटनर, ईश सोढी, टिम साउथी, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फर्ग्युसन और मैट हेनरी। समय: मैच दोपहर दो बजे शुरू होगा।