गाजा
गाजा पट्टी पर हमास और इजरायली सेना के बीच भयंकर युद्ध जारी है। हवाई हमले में इजरायली सेना आईडीएफ ने हमास के एक और लीडर को ढेर कर दिया है। इस बार शिकार हमास की इकलौती महिला लीडर बनी है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट है कि उनका नाम जमीला अल शांति था, जो हमास के सह-संस्थापक अब्देल अजीज अल-रंतीसी की विधवा थी और आतंकवादी समूह के राजनीतिक ब्यूरो का कामकाज संभाल रही थीं। उधर, इजरायली सेना के गाजा पट्टी में मचाए जा रहे कहर से भिन्नाए रूस ने मिस्र के रास्ते गाजा को मदद करनी शुरू कर दी है।
इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में मरने वालों की संख्या कम से कम 5000 हो गई है। अकेले गाजा पट्टी में इस कत्लेआम में 3500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, इजरायली खेमे से मरने वालों की संख्या 1700 से ज्यादा बताई जा रही है। आईडीएफ ने गाजा पट्टी पर जारी संघर्ष को लेकर ताजा अपडेट दिया कि उसने हवाई हमले में जमीला अल शांति को मार गिराया है।
रिपोर्ट में हमले के स्थान के बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया है, केवल यह कहा गया है कि यह हमला सुबह के समय हुआ। 2021 में अल-शांति हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था के लिए चुनी गई पहली महिला बनीं थी। 2004 में अल शांति के पति और हमास के सह संस्थापक रंतीसी की इजरायली हवाई हमले में मौत हो गई थी।
मिस्र के रास्ते गाजा को मदद कर रहा रूस
उधर, इजरायल और हमास के बीच युद्ध में अमेरिका की एंट्री से रूस पहले ही बौखलाया हुआ है। अब रूस ने मिस्र के रास्ते गाजा को करनी शुरू कर दी है। मॉस्को के आपातकालीन स्थिति मंत्रालय का कहना है कि रूस गाजा पट्टी में नागरिकों के लिए मिस्र से 27 टन मानवीय सहायता भेज रहा है।
एक बयान में मंत्रालय ने कहा, “एक विशेष विमान ने मिस्र में एल-अरिश के लिए मास्को के पास रामेंस्कॉय हवाई अड्डे से उड़ान भरी है। उप मंत्री इल्या डेनिसोव ने एक बयान में कहा, रूसी मानवीय सहायता गाजा पट्टी को भेजे जाने के लिए मिस्र के रेड क्रिसेंट को सौंपी जाएगी। डेनिसोव का कहना है कि सहायता में "गेहूं, चीनी, चावल (और) पास्ता शामिल है।"