मुंगेली/ जिले के जनपद पंचायत मुंगेली में सैकड़ो फाइलों के गायब होने का बड़ा मामला सामने आया है।जनपद पंचायत कार्यालय से जो फाइलें गायब हुई है उनमें सरकार के कई महत्वपूर्ण योजनाओं की फाइलें है जो कार्यालय से रहस्यमय ढंग से गायब हो गयी जिसके बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया।वही गायब हुई फाइलों के बारे में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा विभाग के कर्मचारियों से पूछताछ की गई लेकिन संतोषप्रद जवाब नही मिलने से अधिकारी द्वारा इसकी शिकायत सिटी कोतवाली में की गई है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा दी गयी शिकायत में कहा गया है कि जनपद पंचायत कार्यालय से शासन के विभिन्न योजनाओं के करीब 240 फाइलें नही मिल रही है इस संबंध में कार्यालय में पदस्त रामकुमार दीक्षित को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाबतलब किया गया तथा उनसे संतोषप्रद जवाब नही मिलने पर उनके खिलाफ सिटी कोतवाली में शिकायत करते हुए रामकुमार दीक्षित के विरुद्ध मामला दर्ज करने कहा गया है, मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना व मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना जैसी तमाम महत्वपूर्ण योजनाओं के सैकड़ो फाइलों का गायब होना अपने आप मे एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।इन फाइलों के माध्यम से जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले पंचायतो का करोड़ो रुपयों का भुगतान किया जाना था। लेकिन फाइलों के गायब होने के चलते पूर्व सरपंचों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा वे जनपद कार्यालय के चक्कर लगाने मजबूर है।फाइलों के गायब होने की बात सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि पिछले 5 वर्षों के दौरान जनपद पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। उस भ्रष्टाचार को छुपाने की नीयत से कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से फाइलें छिपा दी गई हैं। वही जनपद पंचायत के अधिकारी द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विभागीय जांच टीम भी बनाई गई थी जिनके द्वारा भी जनपद पंचायत कार्यालय में पदस्थ रामकुमार दीक्षित को ही दोषी बताया गया है। वही रामकुमार दीक्षित को मिले कारण बताओ नोटिस पर उनके द्वारा जो जवाब प्रस्तुत कर किया गया है उनके द्वारा जो जवाब दिया गया है उसमें जनपद कार्यालय के पुराने भवन से नए भवन में शिफ्ट किये जाने को एक वजह बताया गया है साथ ही कई पंचायतो के सरपंच व सचिव के पास फाईल होने का जिक्र किया गया है जो संतोषप्रद जवाब नही माना गया है, वही इस पूरे मामले में सिटी कोतवाली के प्रभारी विश्वजीत सिंह ने बताया कि जनपद पंचायत के CEO के द्वारा जो शिकायत दिया गया था उसमें कई तथ्य अस्पष्ट थे जिसके बारे में उन्हें अवगत करा दिया गया है,जनपद पंचायत के CEO के द्वारा चर्चा किया गया है जिसमे उनके द्वारा मामले की जांच कर जो तथ्य प्रस्तुत किये जायेंगे उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी
सिटी कोतवाली प्रभारी विश्वजीत सिंह ने बताया कि जनपद पंचायत से फाइल गायब हो जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। इस संबंध में जनपद पंचायत से विभागीय जांच की जानकारी मंगाई जा रही है।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ एमएल महादेवा ने बताया कि विभिन्न योजनाओं एवं कार्याे की लगभग 240 फाइल जनपद पंचायत से गायब है इस संबंध में सिटी कोतवाली में एफआईआर कराई जा रही हैं। एफ आईआर के पूर्व विभागीय जांच की कार्यवाही भी की जा रही है।
48 दिनों से नपा से गायब फाईल आजतक नहीं मिले…अधिकारी और जनप्रतिनिधि कर रहे टालमटोल..
इसी तरह का वाक्या नगर पालिका मुंगेली में देखने का मिला जहां शंकर वार्ड में शंकर मंदिर तालाब के हिस्से को पाटकर बिना अनुमति के विशालकाय काम्पलेक्स निर्माण किया जा रहा था जिसकी शिकायत होने पर नगर पालिका द्वारा कार्य रोकवा दिया गया, जिसके बाद नगर पालिका में प्रभारी सीएमओ का दौर शुरू हुआ उसी क्रम में एक सीएमओ विकास पाटले मुंगेली नगर पालिका में पदस्थ हुये और आते ही इस विवादित काम्पलेक्स को 18 फरवरी को काम्पलेक्स निर्माण की अनुमति दे दिया गया, जो कि नियम विरूद्ध था जिसकी पुनः शिकायत हुई उसके बाद से आज लगभग 48 दिनों नगर पालिका से इस काम्पलेक्स निर्माण संबंधी दस्तावेज सहित पूरी फाईल गायब है जिसे प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था, कलेक्टर द्वारा सीएमओ एवं निर्माण करने वाले को नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर जवाब मांगा गया था परंतु सीएमओं द्वारा उक्त काम्पलेक्स की फाईल पेश नहीं किया गया और औपचारिक जवाब दे दिया गया। जबकि नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों के अनुसार नपा के सीएमओं को फाईल गायब मामले में थाने में लिखित सूचना देकर एफआईआर करवानी चाहिये थी। इस मामले में मुंगेलीवासियों ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा हैं मानो मुंगेली जिले में कोई प्रशासनिक मुखिया नहीं हैं अगर हैं तो कहाँ हैं ?