मुंबई.
'महादेव बेटिंग ऐप' मामले में मुख्य आरोपी मृगांक मिश्रा को दुबई से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में ले लिया। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मिश्रा पर घोटाले से अर्जित धन भेजने के लिए सैकड़ों संदिग्ध बैंक खाते खोलने में महादेव बेटिंग ऐप के प्रवर्तकों की मदद करने का आरोप है। बाद में राजस्थान के एक पुलिस दल ने उसकी हिरासत ले ली जहां वह महादेव ऐप मामले से जुड़े धोखाधडी तथा जालसाजी के एक मामले का सामना कर रहा है।
उन्होंने बताया कि मृगांक मिश्रा (25) को शनिवार को दुबई से लौटने पर हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और मुंबई में सहार पुलिस को सौंप दिया। राजस्थान में प्रतापगढ़ पुलिस का एक दल रविवार को मुंबई आया और उसे गिरफ्तार कर लिया। मिश्रा महादेव बेटिंग ऐप मामले में प्रतापगढ़ पुलिस थाने में दर्ज धोखाधड़ी और जालसाजी के एक मामले में वॉन्टेड है। उसके खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया था।
मूल रूप से मध्य प्रदेश के रतलाम का रहने वाला मिश्रा दुबई में छिपा हुआ था। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने इस मामले में सोमवार को एकसाथ कई जगहों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि ईडी की टीम ने भिलाई-तीन के पटाखा कारोबारी सुरेश धिंगानी, सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर के बिजनेस पार्टनर दीपक सावलानी समेत 6 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की।
ईडी के अधिकारी सुबह करीब छह बजे पटाखा कारोबारी सुरेश धिंगानी के पदुम नगर भिलाई-3 स्थित निवास पहुंचे। ईडी के अधिकारियों ने सुरेश धिंगानी और उसके बेटे विवेक (बंटी) धिंगानी से पूछताछ की। अधिकारियों की मानें तो दीपक सावलानी सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर का कथित बिजनेस पार्टनर है। दीपक सावलानी चंद्राकर के काले धन को विभिन्न व्यवसाय में लगाकर उसे सफेद करने का काम कर रहा था।