नई दिल्ली। विश्व बैंक ने वित्तवर्ष 2021-22 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी की वृद्धि दर अनुमान को बढाकर दस दशमलव एक प्रतिशत कर दिया है। विश्व बैंक ने इससे पहले जनवरी में जीडीपी वृद्धि दर पांच दशमलव चार प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था। बैंक ने कहा है कि अर्थव्यवस्था पर कोविड महामारी के असर और जारी अनिश्चितता के बीच भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर सात दशमलव पांच प्रतिशत से बारह दशमलव पांच प्रतिशत के बीच रह सकती है। विश्व बैंक ने कहा है कि निजी उपभोग और निवेश वृद्धि में मजबूत सुधार के बीच जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में संशोधन किया गया है। बैंक ने कहा है कि वित्तवर्ष 2021-22 के दौरान सरकारी खपत में लगभग 16 दशमलव सात प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। हालांकि विश्व बैंक ने चेतावनी दी है कि आर्थिक गतिविधियां कोविड पूर्व अनुमानों से काफी कम है।